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Weather Alert : हिमाचल में बारिश से हाल खराब, जगह जगह हुए लैंडस्लाइड, कल के लिए ऑरेंज अलर्ट
Monsoon Impact On Himachal : हिमाचल (Himachal Pradesh) में बरसात का हाल अब ऐसा हो गया है कि बरसात (Monsoon) के आने से पहले लोग सहम जाते हैं कि क्या हम सुरक्षित बच पाएंगे, कहीं बारिश नुकसान ना कर दे और कहीं यह हमारा आखिरी दिन ना हो। कहीं हमारा घर न बारिश बाढ़ से प्रभावित हो, कहीं हमारे किसी अपने के साथ ही कोई अनहोनी ना हो जाए। जब भी बरसात होती है यही बातें सुनने देखने में आती हैं। हर बारिश के बाद हरा जगह से यही खबरें सुनने को आती हैं। प्रदेश के किसी कोने में कुछ नुकसान हुआ कहीं बादल फटा (CloudBurst) कहीं बाढ़ आई कहीं लैंडस्लाइड (Landslide) से घर दबे कहीं गाड़ियां बह गईं। बरसात से नुकसान इतना है कि अब तो पर्यटक (Tourist) भी हिमाचल आने से घबराने लगे हैं। कल रात भी बारिश हुई और बारिश के बाद फिर आया खबरों का वही दौर, हर जगह से नुकसान की खबरें, चलिए आपको बताते हैं हिमाचल में कहां क्या नुकसान बारिश से हुआ है।
हर पल यहां अनहोनी का डर
राजधानी शिमला (Shimla) में संकट मोचन बस ठहराव पर बारिश के बाद लगातार पत्थर और मलबा आ रहा है और यहाँ लोग बसों के इंतज़ार में खड़े रहते है ऐसे में हर पल यहां अनहोनी का डर बना हुआ है। रामपुर के समेज त्रासदी (Rampur Samaj Tragedy) के बाद से चल रहे सर्च ऑपरेशन के नौवें दिन आज सुबह सुन्नी डैम के नजदीक दोघरी क्षेत्र में पांच शव (Five Dead Bodies) बरामद हुए है। इसके अलावा नोगली में भी एक शव मिला है। दोघरी क्षेत्र में मिले शवों में दो पुरुषों के हैं और एक लड़की का है, जिसकी उम्र 14 से 15 साल बताई जा रही है। इसके साथ ही एक अन्य शव क्षत-विक्षत हालत में मिला है।
कांगड़ा में बड़ी अनहोनी टली
कांगड़ा नगर परिषद मैदान (Kangra Nagar Parishad Maidan) में सालों पुराना पेड़ गिर गया। इस दौरान कॉलेज के छात्र बाल बाल बचे। गनीमत रही कि पेड़ शाम के समय नहीं गिरा नहीं तो ज्यादा नुकसान हो सकता था क्योंकि यहां शाम के समय खिलाड़ी इक्क्ठा होते हैं।
भूस्खलन व ल्हासे गिरने से कई सड़कें अबरुद्ध
कुल्लू जिला से भी आज नुकसान की खबरें सामने आई हैं। पूरे आनी क्षेत्र में गुरवार रात्रि व शुक्रवार सुबह हुई भारी बारिश से जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। बारिश के चलते जगह जगह भूस्खलन होने व ल्हासे गिरने से कई सड़कें अबरुद्ध (Road Closed) हो गई हैं। जिससे लोगों को आवागमन में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। आनी वाह्य सिराज क्षेत्र को जिला मुख्यालय कुल्लू (Kullu) से जोड़ने बाले एन एच 305 सड़क मार्ग में कण्डूगाड़ से कमांद के मध्य फ़डैनाला के समीप पहाड़ी दरकने से मार्ग वाहनों की आवजाही के लिए पूर्णतया बंद हो गया है। वहीं आनी से चवाई सड़क मार्ग भांगीडबार के समीप भूस्खलन होने और बरसाती नाले के बढ़ने से यातायात के लिए अबरुद्ध है। जबकि क्षेत्र में अन्य ग्रामीण सड़कें भी जगह जगह भूस्खलन व ल्हासे गिरने से अबरुद्ध हैं।
अभी और सताएगा मौसम
मौसम विभाग के पूर्वानुमान (Weather Forecast) पर नजर डालें तो राज्य के कई भागों में 9 व 10 अगस्त के लिए भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। 11 से 15 अगस्त के लिए भारी बारिश का येलो अलर्ट (Yellow Alert) जारी किया गया है। उधर, राज्य में जगह-जगह भूस्खलन से 100 से अधिक सड़कें यातायात के लिए बंद हैं। इसके अतिरिक्त 149 बिजली ट्रांसफार्मर व 47 जल आपूर्ति स्कीमें बाधित हैं।
हिमाचल में अब तक कितना नुकसान
हिमाचल प्रदेश में गुरुवार को कुछ स्थानों पर भारी वर्षा व भूस्खलन (Landslide) के कारण काफी 13 मकानों व 17 गौशालाओं को नुकसान हुआ है। अभी तक बरसात के दौरान 802.26 करोड़ का नुकसान हो चुका है। प्रदेश में 97 सड़कें यातायात के लिए बंद हैं। भूस्खलन के कारण मंडी से कुल्लू जाने वाला एनएच-21 9 मील पर अवरुद्ध हो गया आज मौसम विभाग (WEather Department Shimla) ने चार जिलों चंबा, लाहुल स्पीति, किन्नौर व कुल्लू को छोड़कर अन्य जिलों में कुछ आंधी व भारी वर्षा का यलो अलर्ट जारी किया है। चंबा, मंडी, शिमला व सिरमौर जिले में कुछ स्थानों पर अचानक बाढ़ (Flash Flood) आने की चेतावनी जारी की है।
कहां कितनी हुई बारिश
बुधवार शाम साढ़े पांच बजे के बाद से शिलारू में सबसे अधिक 86.4 मिली बारिश दर्ज की गई. इसके बाद बग्गी में 76.6 मिमी, सुंदरनगर में 64.2 मिमी, मंडी में 60.2 मिमी, गोहर में 57.4 मिमी, जोगिंदरनगर में 53 मिमी, पंडोह में 50 मिमी, पालमपुर में 48.8 मिमी, धर्मशाला में 38 मिमी, कुफरी में 24 मिमी, कांगड़ा में 22.6 मिमी, धौलाकुआं में 22 मिमी, नारकंडा में 20 मिमी और मनाली में 15 मिमी बारिश हुई. जानकारी के लिए बता दें, प्रदेश में एक जून से आठ अगस्त तक मॉनसून अविध में वर्षा में 29 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई. इस अवधि के दौरान राज्य में 307.9 मिमी वर्षा हुई, जबकि औसतन 435.5 मिमी बारिश होती है. हालांकि, अगस्त की शुरुआत से ही लगातार हो रही बारिश के कारण राज्य में इस माह में अत्यधिक वर्षा दर्ज की गई. अगस्त में अब तक हिमाचल प्रदेश में सामान्य वर्षा 78.5 मिमी की तुलना में 80.8 मिमी बारिश दर्ज की गई है