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Corona ने फीका किया गणपति उत्सव का रंग, इस बार नहीं होगा लालबागचा राजा का मूर्ति विसर्जन
Last Updated on July 1, 2020 by
मुंबई। कोरोना महामारी का असर हमारी जिंदगी के साथ-साथ तीज त्योहारों पर भी पड़ा है। संक्रमण के खतरे की वजह से लोगों का मिलना-जुलना और एक जगह इकट्ठा होना मना है। इस साल गणपति उत्सव पर भी इसका असर पड़ता दिख रहा है। महाराष्ट्र (Maharashtra) के सबसे मशहूर गणपति मंडलों में शुमार लालबाग इस बार गणपति विसर्जन का उत्सव नहीं मनाएगा। लालबाग गणपति मंडल ने कोरोना वायरस (Coronavirus) के खतरे के चलते ये फैसला किया है।
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सीएम उद्धव ठाकरे ने सभी मंडलों को दिए थे आदेश
पूरे देश में मुंबई सबसे ज्यादा कोरोना प्रभावित शहरों (Corona Affected Cities) में है इसी के मद्देनजर सीएम उद्धव ठाकरे ने सभी मंडलों को आदेश दिया था कि इस साल गणपति उत्सव हर साल की तरह ना मनाया जाए, क्योंकि इसमें बड़ी तादाद में लोग जमा होते हैं। उन्होंने ये भी कहा था कि गणपति की मूर्ति की ऊंचाई 4 फीट तक ही रखी जाए। सरकार के इस निर्णय के बाद बाकी गणपति मंडलों ने दो मूर्तियां बनाने का फैसला किया है। एक बड़ी मूर्ति बनाई जाएगी और एक छोटी। पूजा सिर्फ छोटी मूर्ति की ही की जाएगी, लेकिन लालबाग राजा मंडल की एक ही मूर्ति है। यहां छोटी मूर्ति नहीं है, इसलिए पूजा भी बड़ी मूर्ति की ही की जाएगी। लालबाग मंडल के अधिकारियों ने कहा है कि गणपति की लंबाई कम नहीं की जा सकती है। इतना ही नहीं, अगर छोटी मूर्ति भी लाई जाती है तो उसके लिए भी बड़ी तादाद में लोग जमा होंगे। ऐसे में लोगों की सुरक्षा का ध्यान रखते हुए इस साल ना ही कोई मूर्ति होगी, ना ही मूर्ति विसर्जन (Murti visarjan) किया जाएगा।
आरोग्य उत्सव मनाएगा लालबाग गणपति मंडल
लालबाग गणपति मंडल ने लोगों की सुरक्षा का ध्यान रखते हुए ना सिर्फ मूर्ति विसर्जन रोक दिया है बल्कि दूसरी तरफ ये भी फैसला किया है कि इस दौरान कोरोना प्रभावित लोगों के लिए काम किया जाएगा। लालबाग मंडल इस बार गणपति उत्सव को आरोग्य उत्सव के तौर पर मनाएगा। इसके तहत प्लाज्मा थेरेपी को प्रमुखता दी जाएगी, साथ ही कोरोना से मौत के मुंह में समाए पुलिसकर्मियों के परिवार की मदद की जाएगी।