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आटे की महंगाई रोकने के लिए सरकार लाएगी सस्ता ‘भारत आटा’
नई दिल्ली। गेहूं के बढ़े हुए दाम और आटे (Flour) की कीमतों में इजाफे को देखते हुए केंद्र सरकार जल्दी ही सस्ता ‘भारत आटा‘ पेश करने जा रही है। इस साल आटे का भाव 35 रुपए किलो तक पहुंच गया है। ब्रांडेड आटा 40-50 रुपये किलो बिक रहा है। ‘भारत आटा’ की ब्रिक्री नवंबर महीने से ही शुरू हो सकती है।
यह रहेगा भारत आटा का भाव
सरकारी आटे की बिक्री भारत ब्रांड के तहत होगी। इसका रेट 27.50 रुपये प्रति किलो हो सकता है। हालांकि इस बारे में अभी कुछ और मंथन होना है। बताया जाता है कि इसके लिए राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी संघ (NCCF) को नोडल एजेंसी बनाया जा सकता है। भारत ब्रांड आटे के लिए भारतीय खाद्य निगम (FCI) सेंट्रल पूल से ढाई लाख टन गेहूं अलॉट कर रहा है। इसे मिलर से पिसवा कर 10 किलो और 30 किलो की पैकिंग (Packing) में बेचा जाएगा।
पहले से बिक रही है सस्ती दाल
केंद्र सरकार ने 17 जुलाई 2023 से भारत ब्रांड नाम से सस्ते चना दाल (Chickpea lentil) की बिक्री शुरू की थी। भारत दाल के तहत एक किलो का खुदरा पैक बनाया गया है। इसका दाम 60 रुपये प्रति किलोग्राम रखा गया है। यदि कोई व्यक्ति 30 किलो का पैक लेता है तो उसके लिए उन्हें 55 रुपये किलो का दाम चुकाना होगा।
सहकारी समितियों और निगम की खुदरा दुकानों में मिलेगा
मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि भारत आटा का वितरण भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ लिमिटेड (NAFED), राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी संघ (NCCF), केन्द्रीय भंडार और सफल की खुदरा दुकानों के माध्यम से किया जा सकता है। इस व्यवस्था के अंतर्गत सस्ता आटा राज्य सरकारों को उनकी कल्याणकारी योजनाओं, पुलिस, कारागारों के अंतर्गत आपूर्ति के लिए और राज्य सरकार नियंत्रित सहकारी समितियों और निगमों के खुदरा दुकानों के माध्यम से वितरण के लिए भी उपलब्ध कराई जा सकती है।
सरकार कैसे बेचती है सस्ती चीजें
आम जनता को सस्ती कीमतों पर आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध हो सके, इसके लिए केंद्र सरकार मूल्य स्थिरीकरण कोष (PSF) बनाए हुए है। इसके अंतर्गत कुछ एग्री कमोडिटी (Agri Commodity) का बफर स्टॉक (Buffer Stock) रखती है। इन वस्तुओं की कीमतें यदि असामान्य रूप से चढ़ती हैं तो सरकार बफर स्टॉक से कैलिब्रेटेड और लक्षित तरीके से बाजार में उसे जारी करती है।