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#Airports के निर्माण और विस्तार से बदलेगी #Himachal की तस्वीर, पर्यटन क्षेत्र को मिलेगा बढ़ावा
शिमला। हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के मंडी जिला में ग्रीन फील्ड हवाई अड्डे (AirPort) के निर्माण तथा कांगड़ा एवं शिमला हवाई अड्डों के विस्तार से राज्य में पर्यटन (Tourist) गतिविधियों को नया आयाम मिलेगा। विशेषकर उच्च आय वर्ग के पर्यटक प्रदेश के मनोरम स्थलों का भ्रमण करने के लिए आगे आएंगे। इससे ना केवल प्रदेश की आर्थिक स्थिति (Financial condition) सुदृढ़ होगी, बल्कि स्थानीय लोगों को रोजगार एवं स्वरोजगार के पर्याप्त अवसर भी उपलब्ध होंगे। यह बात शुक्रवार को सीएम जयराम ठाकुर (CM Jai Ram Thakur) ने आज यहां प्रदेश में हवाई अड्डों के विकास और विस्तार के संदर्भ में आयोजित एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। उन्होंने अधिकारियों को मंडी जिला के नागचला में ग्रीन फील्ड हवाई अड्डा के निर्माण और कांगड़ा (Kangra) एवं शिमला हवाई अड्डों के विस्तार से जुड़ी विभिन्न औपचारिकताओं के कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए।
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जय राम ठाकुर ने कहा कि नागचला हवाई अड्डे के निर्माण के लिए 2936 बीघा भूमि चिन्हित की गई है और जनवरी, 2020 में इस स्थल के लिए स्वीकृति प्राप्त की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय मंत्रालय के साथ नवंबर, 2019 में आयोजित बैठक में यह तय हुआ था कि भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (Airports Authority of India) पहले चरण में 2100 मीटर लंबे रन-वे पर कार्य करेगा। उन्होंने कहा कि हिमाचल सरकार चरण दो के लिए 3150 मीटर भूमि अधिग्रहण करेगी और अतिरिक्त भूमि को बफर जोन के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा। प्रदेश सरकार (State Govt) ने इस ग्रीन फील्ड हवाई अड्डे के विकास और संचालन के लिए संयुक्त उपक्रम कंपनी के माध्यम से 15 जनवरी, 2020 को एक समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किया है।
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उन्होंने कहा कि इस महत्वकांक्षी परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण, टर्मिनल भवन, रन-वे और सम्बद्ध गतिविधियों पर 7448 करोड़ रुपये की अनुमानित राशि खर्च होगी। भूमि अधिग्रहण पर 2786 करोड़ रुपये अन्य विकासात्मक गतिविधियों पर 2965 करोड़ रुपये टर्मिनल भवन, रन-वे एवं सम्बद्ध अधोसंरचना पर 900 करोड़ रुपये विभिन्न ढांचों पर 782 करोड़ रुपये जबकि वन संरक्षण अधिनियम के अन्तर्गत क्षतिपूर्ति पर 15 करोड़ रुपये व्यय होंगे। उन्होंने कहा कि इस प्रस्तावित हवाई पट्टी के लिए सुकेती खड्ड के तटीकरण की आवश्यकता होगी।
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कांगड़ा हवाई अड्डे के विस्तार को 1780 बीघा भूमि चिन्हित
जयराम ठाकुर ने कहा कि कांगड़ा हवाई अड्डे (Kangra Airport) को ए-320 जैसे एयरक्राफ्ट के संचालन के लिए विकसित करने व विस्तार देने के लिए 1780 बीघा भूमि चिन्हित की गई है। इसके लिए भूमि अधिग्रहण एवं सम्बद्ध कार्यों के लिए 3347.18 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इस हवाई पट्टी के लिए मांझी खड्ड के तटीकरण के साथ-साथ हवाई अड्डे तक नए संपर्क सड़क मार्ग के निर्माण की आवश्यकता होगी।
300 मीटर और लंबा होगा शिमला हवाई अड्डा
शिमला हवाई अड्डे के विस्तार का उल्लेख करते हुए जय राम ठाकुर ने कहा कि केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ने नवंबर, 2019 में इस हवाई अड्डे के रन.वे को विस्तार देने के लिए धनराशि प्रदान करना मंजूर किया है। इस हवाई अड्डे में 300 मीटर के अतिरिक्त लंबाई जोड़ी जाएगीए जिसके लिए 182.11 बीघा भूमि चिन्हित की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि सामाजिक प्रभाव मूल्यांकन का प्रस्ताव प्रस्तुत किया जा चुका है। जयराम ठाकुर ने कहा कि मंडी कांगड़ा एवं शिमला हवाई अड्डों (Shimla Airport) से प्रदेश में पर्यटन गतिविधियों को नया आयाम मिलेगा। इसके साथ ही लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।
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