-
Advertisement
हद है: मुंबई से निकली श्रमिक ट्रेन को जाना था UP; 8 राज्यों के चक्कर काटकर पहुंच गई Odisha
नई दिल्ली। देश में जारी कोरोना वायरस (Coronavirus) के कहर के बीच कई तरह की अनोखी खबरें सामने आ रही है, लेकिन आज हम आपको जी मामले के बारे में बताने जा रहे हैं उसे जानकार आप भी कहेंगे- हद है। दरअसल हुआ कुछ ऐसा कि मुंबई से उत्तर प्रदेश के गोरखपुर (Gorakhpur) के लिए रवाना हुई एक श्रमिक स्पेशल ट्रेन अपने गंतव्य स्थल के बयाज ओडिशा (Odisha) के राउरकेला जा पहुंची। अब मुंबई से रवाना हुई वसई रोड-गोरखपुर श्रमिक स्पेशल ट्रेन में सफर कर रहे यात्रियों के लिए अपनों के पास पहुंचने का इंतजार और लंबा हो गया है।
यह भी पढ़ें: महिला मित्र से मिलने पहुंचे BJP leader, घर की घंटी बजते ही बालकानी से कूदे, फिर जो हुआ
ट्रेन राउरकेला पहुंची तो मजदूरों में अफरातफरी मच गई
रिपोर्ट्स के अनुसार 21 मई को मुंबई से गोरखपुर के लिए रवाना हुई इस ट्रेन को शॉर्टेस्ट रूट से गुजरना था लेकिन रेलवे (Railway) ने इसका रूट बदलकर काफी लंबा कर दिया और यह ट्रेन 8 राज्यों का चक्कर काटकर ओडिशा के राउरकेला पहुंच गई। जब ट्रेन राउरकेला पहुंची तो मजदूरों में अफरातफरी मच गई। ट्रेन में सफर कर रहे विशाल ने क्विंट से कहा कि ट्रेन में मौजूद टीटी या पुलिस ने उन्हें इस बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं दी और ‘आगे ट्रैक पर दिक्कत है इसलिए इस रास्ते से लाया गया है’ कहकर बात को टाल दिया।
रेलवे द्वारा दी गई सफाई कहीं बहाना तो नहीं!
Please note that Due to heavy congestion on Itarsi-Jabalpur-DDU route in view of running of large numbers of Shramik Specials, It is decided to temporarily run trains originating from Vasai Rd, Udhna,Surat,Valsad,Ankleshwar of WR on diverted route via Bilaspur-Jharsugda-Raurkela. pic.twitter.com/8FtSGulUf2
— Western Railway (@WesternRly) May 23, 2020
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि इस पूरे मामले में रेल चालक की कोई गलती नहीं है। गंतव्य में परिवर्तन डिजाइन द्वारा किया गया था। रेलवे से जुड़े अधिकारियों द्वारा बताया गया कि इटारसी-जबलपुर-पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर रूट पर बड़ी संख्या में श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के चलने के कारण भारी ट्रैफिक है। इसलिए रेलवे बोर्ड ने पश्चिम रेलवे के वसई रोड, सूरत, वलसाड, अंकलेश्वर, कोंकण रेलवे और सेंट्रल रेलवे के कुछ स्टेशनों से चलने वाली ट्रेनों को फिलहाल बिलासपुर-झारसुगुडा-राउरकेला के रास्ते चलाने का फैसला किया है। वहीं जानकारों का कहना है कि रेलवे अपनी गलती को छिपाने के लिए बहाने बना रहा है।