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हिमाचल में पहली बार अधिसूचित होंगे ट्रैकिंग रूट्स; सीएम ने वन विभाग को दिए निर्देश
शिमला। हिमाचल प्रदेश में ट्रैकर्स की सुरक्षा (Trekkers Safety In Himachal) के लिए पहली बार ट्रैकिंग रूट्स को अधिसूचित (Notification) किया जाएगा। राज्य के कुल्लू में पर्यटकों और ट्रैकर्स के लापता (Trekkers Missing) होने की घटनाओं को देखकर सरकार ने यह फैसला किया है। सीएम ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शनिवार को यहां बताया कि ट्रैकर्स की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए वन विभाग को प्रदेश में ट्रैकिंग रूट्स अधिसूचित करने के निर्देश दिए गए हैं।
वन विभाग पहली बार मौसम की परिस्थितियों के अनुरूप तथा उस रूट पर उपलब्ध ठहरने तथा अन्य आवश्यक सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए ट्रैकिंग रूट्स अधिसूचित करेगा। इन रूट्स को ईको-टूरिज्म (Eco-Tourism) सोसाइटी के माध्यम से एक पैकेज के रूप में पेश किया जाएगा, ताकि ट्रैकर्स को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। पैकेज में ट्रैकिंग रूट से संबंधित पूरी जानकारी प्रदान की जाएगी।
ताकि कोई भटक न जाए
सीएम ने कहा, ‘‘ट्रैकर्स कई बार रूट पर जाकर भटक जाते हैं और उनके साथ अनहोनी घटनाएं भी होती हैं। उन्हें ढूंढने के लिए राज्य सरकार को बचाव अभियान (Rescue Operation) चलाने पड़ते हैं, जिसमें काफी संसाधन लगते हैं। ऐसे में वन विभाग ट्रैकर्स की सुविधा को देखते हुए इन रूट्स को अधिसूचित करे, जिससे ट्रैकर्स की सुरक्षा भी सुनिश्चित हो सके।’’
पैकेज लेने के लिए यह करना होगा
- ट्रैकिंग पर जाने से पहले इच्छुक व्यक्ति को पंजीकरण करवाना अनिवार्य होगा।
- उन्हें अनिवार्य रूप से ट्रैकिंग डिवाइस दिए जाएंगे, ताकि आपातस्थिति में उनकी लोकेशन का पता लगाना आसान हो और उन्हें समय पर मदद पहुंचाई जा सके।
- ट्रैकर्स को गाइड की भी सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी।
- गाइड्स का भी पंजीकरण होगा। वन विभाग उन्हें प्रशिक्षण देगा। इसमें स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।
5 करोड़ टूरिस्ट का टारगेट
सीएम ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की आर्थिकी में पर्यटन (Tourism Is Important In Himachal Economy) की मुख्य भूमिका है इससे राज्य सरकार को राजस्व की प्राप्ति होती है, वहीं हजारों परिवारों को रोजगार और स्वरोजगार के अवसर भी उपलब्ध होते हैं। ऐसे में राज्य सरकार प्रदेश में धार्मिक, साहसिक तथा ईको टूरिज्म को बढ़ावा दे रही है। सरकार ने प्रतिवर्ष प्रदेश में 5 करोड़ पर्यटकों के आगमन का लक्ष्य रखा है तथा इसी के अनुरूप आधारभूत सुविधाएं भी बढ़ाई जा रही हैं।