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पहले इकलौते बेटे की कटवानी पड़ी दोनों टांगें, अब दो मंजिला मकान में लग गई आग
आनी। कुल्लू जिला के आनी खंड की रोपा पंचायत के सीन गांव के 55 वर्षीय मोती राम पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। पहले गंभीर बीमारी के चलते इकलौते बेटे की दोनों टांगे कटवानी पड़ी और अब दो मंजिला चार कमरों का मकान आग की भेंट चढ़ गया है। खिड़की व दरवाजों सहित घर का सारा सामान जलकर राख हो गया है। पीड़ित मोती राम के मदद की दरकार है। मकान में जब आग लगी तब घर पर कोई नहीं था। मकान मालिक 55 वर्षीय मोती राम अपनी पत्नी शकुंतला देवी के साथ अपने बीमार बेटे के इलाज के लिए आनी में थे। आग लगने के बाद ग्रामीणों ने मिलकर इसे बुझाने का प्रयास किया और मकान को पूरी तरह से जलने से तो बचा लिया, लेकिन गरीब मोती राम के परिवार के सामान को बचा नहीं पाए। पंचायत के प्रधान संजय कुमार ने बताया कि मोती राम का इकलौता 29 वर्षीय बेटा पहले ही गैंगरीन जैसी खतरनाक बीमारी के कारण अपनी दोनों टांगे घुटने से नीचे खो चुका है। जबकि मोती राम पिछले 5 साल से उसके इलाज में व्यस्त हैं।
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मोती राम ने बताया कि उसकी तीन बेटियां और एक बेटा है। तीनों बेटियों का विवाह हो चुका है। जबकि 5 वर्ष पहले उसके इकलौते बेटे राकेश कुमार को टांग में गैंगरीन हो गया, जिसे आईजीएमसी शिमला में इलाज के लिए ले जाया गया था। जहां डॉक्टरों ने राकेश की जान बचाने को टांग को काटना उचित समझा। अभी वह संभला ही था कि उसके घर के चिराग को गैंगरीन ने दूसरी टांग पर प्रहार कर दिया, जिसके बाद इसी माह 8 अप्रैल को आईजीएमसी शिमला में उसकी दूसरी टांग को काटना पड़ा। वह अभी आनी अस्पताल में उपचाराधीन था, जहां से उसे इसी सप्ताह छुट्टी दे दी गई, लेकिन घर दूर होने के कारण मोती राम अपनी पत्नी और अपनी दोनों टांगे खो चुके जवान बेटे के साथ आनी में ही किराए के कमरे में रह रहा था कि बीती रात उसके मकान में आग लगने के कारण उस के परिवार पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है।
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मोती राम ने सरकार से और आम जनता से उसकी आर्थिक मदद की गुहार लगाई है। जबकि सचेत संस्था ने मोती राम की आर्थिक मदद की अपील की है, जिस ओर कुछेक दानी सज्जन मदद का हाथ बढ़ाने लगे हैं। सचेत संस्था का कहना है कि बहुत से लोग कोरोना के संकट में मदद को सरकार और प्रशासन के खातों में दान दे रहे हैं। ऐसे में ये लोग गरीब मोती राम के परिवार की मदद को आगे आएं। वहीं एसडीएम आनी चेत सिंह का कहना है कि आग की घटना का जायजा लेकर प्रभावित परिवार को नियमानुसार मुआवजा जल्द देने के लिए केस तैयार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मोती राम को फौरी राहत के तौर पर 20 हजार रुपए और एक माह का राशन तहसीलदार डीएस नेगी द्वारा मौके पर पहुंच कर दे दिया गया।