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उमा भारती बोली- गंगा किनारे बैठी थी, पीएम मोदी की बात सुन अवाक रह गई
नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) द्वारा कृषि कानून (Agriculture Law) वापस लेने के फैसले पर एमपी की पूर्व सीएम उमा भारती (Uma Bharti) ने हैरानी जताई है। उन्होंने कहा कि जब पीएम मोदी कानून वापसी की घोषणा कर रहे थे। तभी वो गंगा किनारे घाट पर बैठी थीं।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर पीएम को कानून वापस लेना पड़ा तो यह हम सभी बीजेपी कार्यकर्ताओं की नाकामी है। इधर, कानून वापसी के बाद बीजेपी शासित प्रदेशों के सीएम, पीएम मोदी के फैसले को सराहनीय कदम बता रहे हैं। ऊधर, कानून वापसी के ऐलान के बाद विपक्षी दलों के नेता तंज कस रहे हैं।
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पूर्व सीएम उमा भारती ने एक के बाद एक कई ट्वीट करते हुए लिखा कि ‘मैं पिछले चार दिनों से वाराणसी में गंगा किनारे हूं। 19 नवम्बर 2021 को पीएम नरेंद्र मोदी ने जब तीनों कृषि कानूनों की वापसी की घोषणा की तो मैं अवाक रह गई, इसलिए तीन दिन बाद प्रतिक्रिया दे रही हूं।
पीएम मोदी ने कानून वापसी की घोषणा करते समय जो कहा, वह मेरे जैसे लोगों को बहुत व्यथित कर गया। अगर कृषि क़ानूनों की महत्ता पीएम मोदी किसानों को नहीं समझा पाए तो उसमें हम सब बीजेपी के कार्यकर्ताओं की कमी है। हम क्यों नहीं किसानों से ठीक से संपर्क और संवाद कर सके।’
1) मैंने अभी कुछ देर पहले कुछ ट्वीट्स किए हैं । उसी विषय से सम्बन्धित कुछ और बातें हैं जो की मैं एक अंतराल के बाद बोलना चाहती थी इसलिए अब उस विषय पर बोल रही हूँ ।
— Uma Bharti (@umasribharti) November 22, 2021
उन्होंने यह भी कहा कि कृषि कानूनों के संबंध में विपक्ष के निरन्तर दुष्प्रचार का सामना हम नहीं कर सके। इसी कारण उस दिन पीएम मोदी के सम्बोधन से मैं बहुत व्यथित हो रही थी। मेरे नेत ने तो कानूनों को वापस लेते हुए भी अपनी महानता स्थापित की। हमारे देश का ऐसा अनोखा नेता युग युग जीये, सफल रहे, यही मैं बाबा विश्वनाथ एवं मां गंगा से प्रार्थना करती हूं।