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भारत के नए CJI बने यूयू ललित, सिर्फ 74 दिनों का होगा कार्यकाल
जस्टिस उदय उमेश ललित (Uday Umesh Lalit) भारत के 49वें मुख्य न्यायाधीश बन गए हैं। आज सुबह 10:30 बजे राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) ने उन्हें शपथ दिलाई। जस्टिस ललित का कार्यकाल सिर्फ 74 दिनों का होगा। ललित 8 नवंबर, 2022 को रिटायर हो जाएंगे।
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बता दें राष्ट्रपति भवन में आयोजित इस समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi), पूर्व चीफ जस्टिस एन वी रमना, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, कानून मंत्री किरण रिजिजू, सुप्रीम कोर्ट के कई जज और जस्टिस ललित का परिवार मौजूद रहा।
Justice Uday Umesh Lalit sworn in as the Chief Justice of the Supreme Court of India at Rashtrapati Bhavan today. pic.twitter.com/hiYf2sM8fo
— President of India (@rashtrapatibhvn) August 27, 2022
नहीं थे हाईकोर्ट के जज
जस्टिस उदय उमेश ललित का जन्म 9 नवंबर, 1957 को महाराष्ट्र के सोलापुर में हुआ था। उदय उमेश ललित को 13 अगस्त, 2014 को सुप्रीम कोर्ट का जज नियुक्त किया गया था। खास बात ये है कि देश के 13वें चीफ जस्टिस एसएम सिकरने के बाद ललित देश के दूसरे ऐसे चीफ जस्टिस हैं, जो इससे पहले हाईकोर्ट के जज नहीं थे, बल्कि वकील से सीधे सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के जज बने। हालांकि, जज बनने से पहले ललित का नाम देश के बड़े वकीलों में शुमार रहा। ललित को 2 जी स्पेक्ट्रम मामले में स्पेशल पब्लिक प्रासीक्यूटर नियुक्त किया गया था।
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ये रहेंगी प्राथमिकताएं
शुक्रवार शाम को जस्टिस एन वी रमना के विदाई समारोह में जस्टिस ललित ने कहा कि उनकी कोशिश रहेगी कि पूरे साल एक संविधान पीठ संवैधानिक मामलों पर सुनवाई करें। उन्होंने कहा कि उनके कार्यकाल में वो इस बात का ध्यान रखेंगे की कोर्ट में दाखिल केस की लिस्टिंग को ज्यादा से ज्यादा पारदर्शी किया जाए। उन्होंने कहा कि ऐसी व्यवस्था की जाएगी, जिसमें वकील की जल्द सुनवाई को लेकर संबंधित बेंच के सामने मांग रख सकें।
इन अहम मामलों में रहे वकील
जस्टिस यूय ललित 1992 में बाबरी मस्जिद ध्वस्तीकरण, 2019 में राम मंदिर का ऐतिहासिक फैसला, सलमान खान का काले हिरण के शिकार वाला मामला, सोहराबुद्दीन फर्जी एनकाउंटर केस, जनरल वीके सिंह की जन्मतिथि विवाद मामला, सुप्रीम कोर्ट के फेमर 2जी घोटाला और पंजाब के पूर्व सीएम अमरिंदर सिंह से जुड़े भ्रष्टाचार के केस में शामिल थे।