-
Advertisement
ब्रिटेन में #Covid19_Vaccine का टीकाकरण आज से शुरू, भारतीय मूल के शख्स को लगेगा पहला टीका
कोरोना महामारी से जूझ रहे ब्रिटेन में आज वो दिन है जिसके लिए काफी समय से लोग दुआ मांग रहे थे। ब्रिटेन में आज से टीकाकरण अभियान (Vaccination campaign) शुरू हो गया है। हमारे लिए गर्व की बात ये है कि ब्रिटेन में कोविड-19 वैक्सीन लेने वाला पहला शख्स भारतीय मूल का है। उत्तर पूर्व इंग्लैंड के निवासी 87 वर्षीय भारतवंशी शख्स हरि शुक्ला कोरोना वैक्सीन लगवाने वाले दुनिया के पहले शख्स बनने जा रहे हैं। हरि शुक्ला (Hari Shukla) को फाइजर का कोविड-19 वैक्सीन लेने वाला दुनिया का पहला नागरिक माना जा रहा है। मंगलवार को न्यूकैसल स्थित अस्पताल में महामारी से बचाव के लिए विकसित वैक्सीन की पहली डोज हरि शुक्ला को दिया जाएगी।
यह भी पढ़ें: Himachal में #Corona को लेकर और सख्ती, क्या बोले जयराम ठाकुर-जानिए
टाइन एंड वियर इलाके में रहने वाले हरि शुक्ला ने कहा कि उन्हें लगता है कि दो खुराक वाली वैक्सीन में से पहली खुराक प्राप्त करना उनका कर्तव्य है। ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) ने टीकाकरण के इस अभियान को एक बड़ा कदम बताते हुए इसे वी-डे या वैक्सीन डे करार दिया। शुक्ला ने कहा, ‘मुझे खुशी है कि हम उम्मीद कर रहे हैं कि इस महामारी का अब अंत होने जा रहा है। उन्होंने कहा, मुझे वैक्सीन लगवाकर अभियान की शुरुआत करने में खुशी हो रही है। मुझे लगता है कि ऐसा करना मेरा कर्तव्य है और मैं जो भी मदद कर सकता हूं, वह करूंगा।’
उन्होंने कहा, वैक्सीन को लेकर ब्रिटेन (Britain) के एनएचएस (राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा) ने मुझसे संपर्क किया। मुझे पता है कि वे सभी कितनी मेहनत करते हैं और मेरे लिए उनके प्रति सम्मान है, क्योंकि उनके पास सोने का दिल है। उन्होंने कहा कि महामारी के दौरान हमें सुरक्षित रखने के लिए एनएचएस ने जो कुछ भी किया है, उसके लिए मैं उनका आभारी हूं। शुक्ला को एनएचएस द्वारा ‘संयुक्त टीकाकरण और प्रतिरक्षा’ पर निर्धारित मानदंडों के आधार पर कोरोना के उच्चतम जोखिम वाली श्रेणी का होने पर वैक्सीन लगवाने के लिए सूचना दी गई।
ब्रिटिश पीएम जॉनसन ने कहा, ‘आज ब्रिटेन के कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में एक बड़ा दिन है, क्योंकि हम पूरे देश में मरीजों को वैक्सीन लगाने की शुरुआत कर रहे हैं। मुझे उन वैज्ञानिकों पर बहुत गर्व है, जिन्होंने वैक्सीन विकसित की, जनता के सदस्य जिन्होंने परीक्षणों में भाग लिया और एनएचएस जिन्होंने टीकाकरण की तैयारी के लिए अथक परिश्रम किया है।’