-
Advertisement
हिमाचल: शातिरों ने दो युवकों को UP में नौकरी का झांसा देकर ठगे लाखों, थमाया फर्जी ज्वाइनिंग लेटर
नूरपुर। कोरोना महामारी में फैली बेरोजगारी (Unemplyment) का कुछ शातिर लोग फायदा उठाने में लगे हैं। यह लोग बेरोजगारों को नौकरी का लालच देकर पैसे ऐंठ रहे हैं। ऐसा ही एक मामला जिला कांगड़ा के नूरपुर के दो युवकों के साथ घटित हुआ है। दो शातिरों ने नगर पालिका परिषद घाटमपुर में नौकरी का झांसा देकर नूरपुर तहसील के गांव बारीखडड् के दो युवकों को फर्जी ज्वाइनिंग लेटर (Fake Joining Letter) सौंप कर 10 लाख रुपए ठग (Fraud) लिए। मंगलवार को ज्वाइन करने पहुंचे युवकों को लेटर के फर्जी होने व ठगे जाने का पता चला। हालांकि ठगी का एहसास होने के बाद युवकों ने एक शातिर को बाकी रकम लेने के बहाने बुलाकर पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया है। बता दें कि कांगड़ा जिले की नूरपुर तहसील के गांव बारीखडड् निवासी मस्तान सिंह के पुत्र अक्षय जसरोटिया व उसके चचेरे भाई धीरज सिंह को वसीम अकरम उर्फ राजा व अरविंद नामक युवक ने 10 लाख रुपये लेकर नगर पालिका परिषद घाटमपुर में आउटसोर्सिंग में नौकरी का झांसा देकर संपर्क साधा था।
यह भी पढ़ें: Una: रात के अंधेरे में हिमाचल से बाहरी राज्यों में #Transfer कर दिए कामगार, भड़के
अक्षय व धीरज वसीम अकरम के बुलावे पर 20 अगस्त को कानपुर आए थे। यहां पहुंचने के बाद वसीम अकरम व अरविंद दोनों युवकों को नगर पालिका लाए और उन्हें गेट के बाहर फर्जी ज्वाइनिंग लेटर सौंपे। इसके बाद अगले कुछ दिनों में ज्वाइन कराने का झांसा देकर उन्होंने वसीम व अरविंद ने उनसे 30 हजार रुपये ऐंठ लिए। अक्षय व धीरज ने उन्हें 20 हजार रुपये नकद व 10 हजार रुपये एक्सिस बैंक के खाते में दिए थे। कई दिन के इंतजार के बाद मंगलवार को अक्षय व धीरज ज्वाइनिंग लेटर लेकर नगर पालिका कार्यालय पहुंचे जहां अधिशासी अधिकारी उमेश कुमार मिश्र से मिलकर उन्हें ठगी का एहसास हुआ। ठगे जाने का अहसास होते ही दोनों ने वसीम को फोन कर शेष पैसा देने का झांसा देकर आने को कहाए तो उसने अपने साथी अरविंद को नगर पालिका कार्यालय के बाहर भेजा। दोनो युवकों ने पालिका कर्मियों की मदद से अरविंद को दबोच कर पुलिस को सौंपा दिया। दबोचे गए अरविंद ने खुद को फर्रुखाबाद जिले के थाना शमसाबाद क्षेत्र के गांव दलेलगंज का निवासी बताया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी जांच शुरू कर दी है।