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राहत कार्यों को बाधा बन रहा बजट, केंद्र नहीं कर रहा मददः विक्रमादित्य सिंह
मंडी। हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में भारी बारिश के कारण अभी तक करोड़ों का नुकसान हो चुका है। राज्य सरकार राहत कार्यों में जुटी हुई है लेकिन जिस स्तर पर काम होना चाहिए उस तरह नहीं हो पा रहा है। इसका मुख्य कारण बजट (Budget) की कमी है। पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह (PWD Minister Vikramaditya singh) ने खुद इस बात को स्वीकारा है। मंडी दौरे पर पहुंचे मंत्री ने पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में यह बात कही है।
उन्होने कहा कि उनके विभाग के पास बजट कम है और राहत कार्य करने के लिए ज्यादा बचे हुए हैं। इस कारण बहुत से स्थानों पर राहत कार्य सही ढंग से नहीं चल पा रहे हैं। हालांकि सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू (CM Sukhvinder Singh Sukhu) बजट का प्रावधान करने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन केंद्र सरकार को जो मदद करनी चाहिए वो नहीं की जा रही है। आंकड़े इस बात की गवाही दे रहे हैं कि केंद्र से कोई बड़ा आर्थिक पैकेज प्रदेश को प्राप्त नहीं हुआ है।
नेता प्रतिपक्ष के आरोपों को बताया बेबुनियाद
वहीं विक्रमादित्य सिंह ने नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर (Jairam Thakur) की तरफ से लगाए जा रहे आरोपों को बेबुनियाद करार दिया। उन्होने कहा कि प्रशासन ज़मीनी स्तर पर राहत कार्यों में जुटा हुआ है। डीसी मंडी (DC Mandi) चप्पलों में ही दूर दराज के क्षेत्रों में जाकर प्रभावितों से मिलकर उन्हें हरसंभव मदद दे रहे हैं। मंत्री ने कहा कि प्रशासन सबका होता है। ऐसे में प्रशासन या सरकार के प्रति गलत बयानबाजी ठीक नहीं है।
कुछ दिन पहले तक प्रदेश में 550 सड़कें बंद थी जिसमें से 300 सड़कें (Road) खोली जा चुकी हैं और 250 के करीब सड़कें खोलना बाकी रहा है। कहीं कहीं पर बार-बार भूस्खलन (Landslide) होने के कारण सड़कें खोलने में दिक्कतें आ रही हैं लेकिन कार्य युद्ध स्तर पर चला हुआ है। गौरतलब है कि विक्रमादित्य सिंह बल्ह और सरकाघाट के प्रभावित इलाकों के दौरे पर रहे। उन्होने प्रभावितों से मुलाकात की और उन्हे हर संभव सहायता (Help) का आश्वासन दिया। इस दौरान उनके साथ सांसद (MP) प्रतिभा सिंह (Pratibha Singh) भी मौजूद रहीं।
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