-
Advertisement
#Salary काटने पर कंपनी में जमकर हुई तोड़फोड़, कर्मचारियों ने किया 437 करोड़ का नुकसान
बंगलुरु। कर्नाटक में आईफोन मैन्युफैक्चरिंग कंपनी( IPhone Manufacturing Company) के कर्मचारियों ने सैलरी(Salary)को लेकर जबरदस्त बवाल कर दिया। विस्ट्रॉन कॉरपोरेशन में काम करने वाले कर्मचारियों ने कंपनी में तोड़फोड़ कर 437 करोड़ का नुकसान कर दिया। पुलिस ने बताया कि कोलार जिले के नरसापुरा फैक्ट्री यूनिट ( Narasapura Factory Unit)के कर्मचारियों ने कंपनी परिसर में कारों को पलट दिया और फर्नीचर को जबरदस्त नुकसान पहुंचाया।
बताया जा रहा है कि सैलरी में कटौती और समय से सैलरी नहीं मिलने पर कर्मचारियों में काफी समय से गुस्सा था, जिसके चलते गुस्साए कर्मचारियों ने सुबह 6:30 के आसपास नारसापुरा स्थित कंपनी के प्लांट(Plant) में तोड़फोड़ और आगजनी की। हिंसा(Voilence) के दौरान कई आईफोन भी चोरी किये गए। स्थानीय अधिकारियों का कहना है कि कोरोना की वजह से कमर्चारियों की सैलरी को घटाया गया था। 15 हजार से 21 हजार तक प्रति महीने मिलने वाली सैलरी में 7 हजार से 9 हजार तक की कटौती की गई थी।
बता दें कि विस्ट्रोन कॉर्पोरेशन(Wistron Corporation) का मुख्यालय ताइवान में स्थित है। कंपनी ने 680 करोड़ की लागत से कोलार में पिछले साल ही अपना प्लांट स्थापित किया था। कंपनी एक सर्विस सेक्टर और मैन्यूफैक्चरिंग सेंटर के तौर पर काम करती है। विस्ट्रॉन कॉरपोरेशन ऐप्पल के लिए आईफोन, लेनोवो, माइक्रोसॉफ्ट समेत अन्य के लिए प्रोडक्ट बनाती है। 2900 करोड़ रुपये का निवेश करने और 10 हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार देने के प्रस्ताव पर विस्ट्रॉन को राज्य सरकार ने नरसापुरा इंडस्ट्रियल एरिया में 42 एकड़ जमीन दी थी।
ये भी पढ़ें: Apple ने भारत में बढ़ा दी अपने आईफोन की कीमतें, जानें क्या है कारण
कर्नाटक सरकार ने भी हमले की निंदा की है। कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री सीएन अश्वथानारायन(CN Ashwathnarayan) ने ट्वीट कर लिखा कि विस्ट्रोन के नारसापुरा, कोलार फैक्ट्री पर हुए हिंसा की कड़ी निंदा करता हूं। किसी को भी कानून हाथ में लेने की छूट नहीं है। बिना हिंसा में शामिल हुए इस तरह के मामलों के निपटारे के लिए उचित मंच हैं। उन्होंने आगे किये कई ट्वीट्स में बताया कि उन्होंने कोलार SP से बात कर जल्दी स्थिति को नियंत्रित करने और आरोपियों पर सख़्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं। उन्होंने कंपनी और कर्मचारियों दोनों के हितों की रक्षा की बात भी कही है। कर्नाटक के श्रम मंत्री शिवराम हेब्बर ने हिंसा की निंदा करते हुए कहा कि कंपनी को हुआ नुकसान अस्वीकार्य है। विस्ट्रॉन ने अपनी कोलार यूनिट के लिए 8,900 लोगों को काम पर रखने के लिए छह सहायक कंपनियों से कॉन्ट्रैक्ट किया था। इसके अलावा कंपनी में 1200 स्थायी कर्मचारी भी हैं।
विभिन्न मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक हिंसा के दौरान कर्मचारियों ने पत्थर फेंके, कांच की खिड़कियों को तोड़ दिया, गाड़ियों को क्षतिग्रस्त किया और प्लांट के फर्निचर्स और कम्प्यूटर्स को भी काफ़ी नुकसान पहुंचाया। हालांकि पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को भगाया और स्थिति को संभाला। फिलहाल पुलिस ने शिकायत के बाद जांच शुरू कर दी है।