-
Advertisement
मणिपुर में हिंसा-आर्मी का फ्लैग मार्च,आठ जिलों में कर्फ्यू-इंटरनेट सेवाएं निलंबित
मणिपुर हाईकोर्ट (Manipur High Court) के एक फैसले से मणिपुर में तनाव (Violence in Manipur) बढ़ गया है। हालात को देखते हुए सेना के जवान राज्य के विभिन्न इलाकों में फ्लैग मार्च कर रहे हैं। सेना ने जानकारी दी है कि मणिपुर नागरिक प्रशासन की अपील पर विभिन्न इलाकों में सेना की तैनाती की गई है। यह तैनाती तीन मई शाम से की गई है। लोगों को सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट किया जा रहा है और कानून व्यवस्था बनाए रखने की कोशिश की जा रही है। इंफाल, चुराचांदपुर और कांगपोकपी में हिंसा भड़कने के बाद बीती रात मणिपुर के आठ जिलों में (Curfew) कर्फ्यू लगा दिया गया। मणिपुर सरकार ने राज्य में अगले पांच दिनों के लिए मोबाइल इंटरनेट (Internet Services Suspended) पर रोक लगा दी है।
A scene from the Double Engine Sarkar ruled Manipur.
Godi media won't show this to youpic.twitter.com/jaDRGqzl3L— Ravi Nair (@t_d_h_nair) May 3, 2023
आदिवासी एकता मार्च में भड़की थी हिंसा
मणिपुर में बढ़ती हिंसा को रोकने के लिए सेना और असम राइफल्स (Army and the Assam Rifles) को बुलाया गया। स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए सेना और असम राइफल्स द्वारा आज फ्लैग मार्च किया गया। हिंसा के बाद राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में लगभग 4,000 लोगों को सेना के शिविरों और सरकारी कार्यालय परिसरों में आश्रय दिया गया था। मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति (एसटी) श्रेणी में शामिल करने की मांग का विरोध करने के लिए छात्रों के एक संगठन द्वारा आहूत आदिवासी एकता मार्च में हिंसा भड़क गई थी। ऑल ट्राइबल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ मणिपुर (एटीएसयूएम) ने कहा कि मैतेई समुदाय को एसटी श्रेणी (Meitei community in the ST category) में शामिल करने की मांग जोर पकड़ रही है, जिसके खिलाफ उसने मार्च आहूत किया।