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विशाल पहुंचा घर, जिगर के टुकड़े को सकुशल देख मां के छलके आंसू
मंडी/नितेश सैनी। उत्तराखंड के उत्तरकाशी (Uttarkashi) जिले में सिलक्यारा सुरंग हादसे में 17 दिन टनल में गुजारने के बाद शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश के मंडी (Mandi) जिले के गांव भंगोट निवासी 20 वर्षीय विशाल (Vishal) आखिरकार अपने घरवालों के बीच सकुशल पहुंच गया है। रेस्क्यू टीम और उत्तराखंड सरकार द्वारा विशाल को दिए इस नए जीवन के लिए परिजन उनका आभार व्यक्त कर रहे हैं। जिगर के टुकड़े को सकुशल देश परिजनों की आंखों में खुशी के आंसू छलक उठे। विशाल के 19 दिनों बाद घर पहुंचने से पूर्व परिवार वालों ने अन्य रिश्तेदारों और ग्रामीणों संग नाच गाकर उनका जोरदार स्वागत किया और सभी लोग पलकें बिछाए अपने लाडले का घर पहुंचने का सुबह से इंतजार कर रहे थे।
मां और दादी ने उतारी आरती
जैसे ही विशाल अपने पिता और भाई सहित घर पहुंचा तो उसकी माता और दादी ने अपने बेटे की आरती उतारी और सकुशल पहुंचने पर फूट-फूट कर रोने से अपनी खुशी का इजहार किया। मौके पर मौजूद लोगों ने ‘विशाल ठाकुर जिंदाबाद’ और ‘मोदी है तो मुमकिन है’ (‘Modi Hai To Mumkin Hai’) के नारे लगाकर 41 श्रमवीरों के सफल रेस्क्यू पर केंद्र और उत्तराखंड सरकार (Uttarakhand Govt.) का धन्यवाद प्रकट किया। इसके उपरांत विधायक बल्ह इंद्र सिंह गांधी, जिला परिषद सदस्य रिवालसर प्रियंका शर्मा और जिला मंडी भाजपा अध्यक्ष निहाल चंद शर्मा ने विशाल और उसके परिजनों का स्वागत कर सम्मानित किया गया। विशाल और उसके परिजन ने प्रदेश सरकार से हिमाचल में ही रोजगार मुहैया करवाने की मांग की है।
‘टनल में बिताया समय नहीं भुलाया जा सकता’
विशाल ठाकुर ने कहा कि टनल में फंसने (Trapped in Tunnel) के दौरान बिताए गए समय को वे कभी भूल नहीं पाएंगे। टनल में श्रमवीरों ने अपना अधिकतर समय विभिन्न खेलों को खेलकर और टहल कर व्यतीत किया। इससे श्रमिकों के ऊपर मानसिक दबाव नहीं बन पाया और ज्यादातर कर समय सो कर गुजारा गया। उन्होंने कहा कि हादसे वाले दिन जब वह अन्य श्रमिकों के साथ टनल से बाहर निकल रहे थे तो उन्हें मलबा आने के कारण रास्ता बंद होने की जानकारी प्राप्त हुई। इसके उपरांत सबसे पहले श्रमिकों द्वारा ऑक्सीजन पाइप को खोला गया।
‘टनल में फंसने के शुरुआती घंटे डर में गुजरे’
विशाल ठाकुर ने कहा कि टनल में फंसने के शुरुआती घंटे सभी श्रमिकों के डर के साए में गुजरे और बाहर किसी भी व्यक्ति हमारा संपर्क नहीं हो रहा था। उन्होंने कहा कि PM नरेंद्र मोदी, CM उत्तराखंड पुष्कर सिंह धामी, NDRF, डॉक्टरों की टीम और अन्य अधिकारियों द्वारा श्रमिकों के साथ संपर्क किया जा रहा था। विशाल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के पूर्व CM जयराम ठाकुर और स्थानीय बल्ह विधायक इंद्र सिंह गांधी द्वारा टनल से बाहर निकलने पर फोन के माध्यम से बातचीत की गई।
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विशाल के घर लौटने पर परिजन खुश
विशाल ठाकुर के परिजनों ने उनके सकुशल घर पहुंचने पर खुशी जताई है और कहा कि जब विशाल टनल में फंसा हुआ था तो उन्हें अपने बेटे की चिंता सता रही थी। लेकिन केंद्र और उत्तराखंड सरकार द्वारा बेहतरीन कार्य करते हुए सभी श्रमिकों (Laborer) को बंद हुई टनल से सही सलामत बाहर निकाला गया। उन्होंने कहा कि वे अब अपने बेटे को टनल में कार्य करने के लिए नहीं भेजेंगे। परिजनों ने प्रदेश सरकार से उनके बेटे विशाल को हिमाचल में ही नौकरी देने की मांग की है। स्थानीय विधायक इंद्र सिंह गांधी (MLA Inder Singh Gandhi) ने कहा कि विशाल का सकुशल घर पहुंचना एक खुशी का विषय है। विशाल को वे अपने पास रोजगार मुहैया करवाएंगे और प्रदेश सरकार से भी विशाल को रोजगार देने का आग्रह करेंगे। उन्होंने सभी श्रमवीरों के सफल रेस्क्यू पर केंद्र और उत्तराखंड सरकार का आभार प्रकट किया है।
मौके पर मौजूद जिला मंडी BJP अध्यक्ष निहाल चंद शर्मा ने कहा कि विशाल के सकुशल घर पहुंचने पर समस्त परिवार और ग्रामीणों को बधाई है। उन्होंने PM नरेंद्र मोदी, उत्तराखंड के CM पुष्कर सिंह धामी, पूर्व CM जयराम ठाकुर, स्थानीय विधायक इंद्र सिंह गांधी का आभार जताया है। निहाल चंद शर्मा ने कहा कि PM नरेंद्र मोदी रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान 41 श्रमिकों के टनल से बाहर निकलने तक पल-पल की जानकारी लेते रहे। उन्होंने कहा कि सभी श्रमिकों को सकुशल टनल से बाहर निकाल कर भारतीय जनता पार्टी ने जाको राखे साइयां मार सके न कोई कहावत को चरितार्थ कर दिखाया है।