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ख्वाहिशों को कैसे जिया जाता है यह सीखना हो तो केरल के इस दंपति कहानी पढ़ें
कोच्चि। उम्र की अंतिम पड़ाव में भी कुछ जिंदा दिल लोग होते हैं। जो जीना नहीं छोड़ते, सपनों के पीछे भागना नहीं छोड़ते, ख्वाहिशें पूरा करने से हिचकिचाते नहीं। ख्वाब को पूरा करने के लिए रिटायरमेंट की उम्र में भी जी तोड़ मेहनत करते हैं, ताकि उससे हुई आमदनी से ख्वाहिश पूरी कर सकें। विदेश घूम सकें। आपको बता दें कि बुजुर्ग दंपति अब तक 25 देश घूम चुके हैं।
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बुजुर्ग दंपति की कहानी यही सीख देती है कि ज़िंदगी में आगे बढ़ना चाहते हैं तो अपने सभी सपनों को पूरा करिए। इसके लिए ख़ुद मेहनत करनी पड़ती है। देश में ट्रैवल करने वाले कई लोग मौजूद हैं, कई लोग ऐसे भी हैं, जो आर्थिक स्थिति के कारण कहीं नहीं जा पाते हैं। उनके सपने हमेशा अधूरे ही रह जाते हैं। केरल के कोच्चि के रहने वाले बुजुर्ग दंपति, जो अपने सपने को पूरा करने के लिए लिए जी तोड़ मेहनत कर रहे हैं। ये कॉफी शॉप चलाते हैं। इससे जो आमदनी होती है, वो विदेश घूमने में खर्च करते हैं। अभी तक ये दोनों 25 देश घूम चुके हैं, अब 26वां देश भी घूमना चाहते हैं।
केरल के रहने वाले 71 वर्षीय केआर विजयन और 69 साल की उनकी पत्नी कोच्चि में श्री बालाजी कॉफी हाउस नाम से एक शॉप चलाते हैं। ये शॉप 27 साल पहले शुरू किया था। कॉफी शॉप पर जब बिक्री ज्यादा होने लगी तो इन्होंने घूमने का सपना पूरा किया। अब अपने कमाए पैसों से ये दोनों विदेश घूमते हैं। अब तक 25 देश घूम चुके हैं। इसके बाद वो रूस जाना चाहते हैं। दंपति ने बताया कि अब तक वह 25 देशों की सैर कर चुके हैं। अपनी 26वीं यात्रा पर वह 21 अक्टूबर से रूस जा रहे हैं। दंपति रूस की अपनी यात्रा पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिलने की इच्छा रखते हैं। वहीं, इस बार दंपति के साथ उनके पोता और पोती भी यात्रा कर रहे हैं। दंपति का कहना है कि उनकी आखिरी विदेश यात्रा 2019 में हुई थी, जिसके बाद कोरोना वायरस के कारण रोकना पड़ा था।
केरल के रहने वाले 71 वर्षीय केआर विजयन और 69 साल की उनकी पत्नी कोच्चि में श्री बालाजी कॉफी हाउस नाम से एक शॉप चलाते हैं। ये शॉप 27 साल पहले शुरू किया था। कॉफी शॉप पर जब बिक्री ज्यादा होने लगी तो इन्होंने घूमने का सपना पूरा किया।