-
Advertisement
आदेशों की अनदेखी कर अधिक Fees वसूल कर रहे स्कूलों को एक और Warning; नहीं माने तो…
Last Updated on July 10, 2020 by Deepak
शिमला। प्रदेश भर में जारी कोरोना वायरस (Coronavirus) के कहर के बीच सबसे अधिक नुकसान छात्रों की पढ़ाई का हो रहा है। वहीं प्रदेश के निजी स्कूल सरकार के आदेशों की अनदेखी और अपनी मनमानी करने की आदत से बाज नहीं आ रहा है। दरअसल सरकार द्वारा कोरोना काल में सिर्फ ट्यूशन फीस लेने के आदेशों के बावजूद कुछ निजी स्कूल (Private School) सरकार ने निर्णय की अवहेलना कर छात्रों के अभिभावकों से अधिक फीस वसूल रहे हैं। इस बात को संज्ञान में लेते हुए उच्च शिक्षा निदेशालय ने अधिक फीस वसूलने वाले निजी स्कूलों को दोबारा चेतावनी (Warning) दी है। उच्च शिक्षा निदेशालय ने निजी स्कूलों को एक पत्र जारी कर कोरोना संकट में सिर्फ ट्यूशन फीस (Tuition Fees) लेने के आदेश दिए हैं। निदेशालय द्वारा यह पत्र शुक्रवार को छात्र अभिभावक मंच के प्रदर्शन के बाद भेजा गया।
यह भी पढ़ें: कैबिनेटः हिमाचल के Colleges में परीक्षाओं की तय हो गई तारीख, और भी बहुत कुछ
फीस ना जमा करने पर बच्चों की ऑनलाइन कक्षाएं बंद, स्टडी ग्रुप से भी बाहर किया
इस पत्र में साफ कहा गया है कि मंत्रिमंडल बैठक में साल 2019 में तय ट्यूशन फीस ही इस साल लेने को कहा है। सरकारी आदेशों की अवहेलना करने वाली निजी स्कूलों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए उच्च शिक्षा निदेशक डॉ अमरजीत कुमार शर्मा ने बताया कि सरकार ने 3 महीने की एक साथ फीस लेने की जगह मासिक आधार पर फीस लेने को कहा है। उन्होंने आगे बताया कि निदेशालय के पास शिकायतें आई हैं कि कुछ निजी स्कूल अभिभावकों पर मनमानी फीस जमा करने को दबाव बना रहे हैं। कई स्कूलों ने ट्यूशन फीस के अतिरिक्त अन्य चार्ज जमा ना करने पर बच्चों की ऑनलाइन कक्षाएं भी बंद कर दी हैं। इन बच्चों को छात्रों के लिए बनाए गए स्टडी ग्रुप से भी बाहर कर दिया है। अभिभावकों को बार-बार फीस जमा करने के लिए मेसेज भेजकर प्रताड़ित भी किया जा रहा है। जिसके बाद निदेशालय की तरफ इस मनमानी कर रहे स्कूलों के नाम पत्र जारी किया गया है। बता दें कि इससे पहले भी निजी स्कूलों को चेतावनी पत्र जारी किए जा चुके हैं। जिसके बाद अब निदेशालय इस मामले में सख्ती बरतने जा रहा है। दोषी पाए जाने वाले स्कूलों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।