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हिमाचलः शिमला में पानी की राशनिंग ने बढ़ा दी होटल कारबोरियों की टेंशन
शिमला। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में पानी की राशनिंग के चलते होटल व्यवसायियों को आने वाले समर सीजन पर इसका असर पड़ने का डर सताने लगा है। होटल व्यवसाय पहले ही दो वर्षों से कोरोना के चलते मार झेलता आ रहा है। शिमला जल निगम कहीं तो 24 घंटे पानी देने के सपने दिखा रहा था, परंतु अब रोजाना नियमित पानी की सप्लाई देने मे भी विफल हो गया है। हाल यह है कि शहर में पानी की सप्लाई तीन या चार दिन बाद दी जा रही है। अभी तो टूरिस्ट सीजन शुरू भी नहीं हुआ है, होटलों में 30 से 40 फीसदी ऑक्यूपेंसी चल रही है। अभी से होटलों को टैंकरों से पानी लेना पड़ रहा है। शिमला जल प्रबंधन निगम पानी की सप्लाई को लेकर गंभीर नजर नहीं आ रहा है। सरकार ने अलग से जल प्रबंधन निगम इसलिए बनाया था ताकि शिमला शहर को सुचारू रूप से पानी की सप्लाई हो सके परंतु पंप काम नहीं कर रहे, बिजली की सप्लाई नहीं मिल रही ,प्रेशर की समस्या आ रही है आदि वही पुराने बहाने बना कर काम किया जा रहा है।
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लोगों के मन में यह धारणा है कि होटल वालों को अलग से कोई वाटर सप्लाई दी जाती है। लेकिन सच यह है कि शिमला में होटल व्यवसायियों से समूचे प्रदेश के शहरों से छह से सात सौ गुना पानी का रेट वसूला जाता है। उसके बावजूद शिमला जल प्रबंधन निगम पानी की रेगुलर सप्लाई देने में विफल हो रहा है। 2019 से शिमला की जल की किल्लत से भी जल निगम ने कोई सीख नहीं ली है। 2019 में भी शिमला का होटल व्यवसाय पानी की किल्लत के चलते बहुत बुरी तरह से प्रभावित हुआ था।
चार वर्ष बीतने के बाद भी पानी की स्थिति ज्यों की त्यों है।दो वर्ष तक कोरोना महामारी के चलते पानी की खपत कम होने के कारण जल निगम पानी की स्थिति में सुधार की बातें कर रहा था।
परंतु शिमला जल निगम की मौजूदा पानी की स्थिति ने पोल खोल दी है। निगम ने ना तो पंपों को बदलने तथा स्टैंड बाय पंपों का इंतजाम किया गया और ना ही बिजली सप्लाई फेल होने पर जनरेटर द्वारा बिजली की आपूर्ति करने के लिए कोई कदम उठाया गया है। हाल ही में शहरी विकास मंत्री ने तुरंत पंप तथा जनरेटर खरीदने के आदेश भी जल निगम को दिए थे ताकि शिमला की जल व्यवस्था को सुचारू बनाया जा सके। जल निगम को सुचारू करने के लिए तुरंत कदम उठाने चाहिए ताकि अप्रैल मध्य से शुरू होने वाले समर सीजन में शिमला के शहरवासियों तथा पर्यटकों को पानी की किल्लत न हो।होटल व्यवसायियों के लिए आने वाला समर सीजन बहुत अहम है क्योंकि पर्यटन व्यवसायियों को इसी सीजन से कुछ न कुछ आर्थिक तंगी से उबरने की आस है।