-
Advertisement
देश में कहां मिलती है सबसे कम मजदूरी, किस राज्य में हैं सबसे अधिक मजदूर
नई दिल्ली। नरेगा (NGRA) यानी नेशनल रोजगार गारंटी अधिनियम। जिसके आने से देश के लाखों परिवारों को रोजगार मिला। इसके हर एक कोने में लाभार्थी हैं। जिन्हें इसका फायदा मिल रहा है। मनरेगा में अभी भी लाखों लोगों के पास जॉब कार्ड मिला हुआ है। हालांकि, कई बार मनरेगा में फर्जीवाड़े की खबरें भी आती हैं। ऐसे में आज हम आपको मनरेगा से जुड़े लेटेस्ट आंकड़े बता रहे हैं, जो बताते हैं कि अभी मनरेगा से कितने लोगों को रोजगार मिल रहा है, और किस राज्य में मजदूरों को सबसे ज्यादा मजदूरी मिलती है।
हाल ही में लोकसभा में ग्रामीण विकास मंत्रालय से एक सवाल पूछा गया था कि क्या सरकार के पास मनरेगा के अंतर्गत जॉब कार्डधारकों और उनके लिए निश्चित की गई मजदूरी का कोई राज्यवार ब्यौरा है? इस पर ग्रामीण विकास मंत्रालय की ओर से बयान दिया गया है।
यह भी पढ़ें-नौसेना दिवस विशेष: जब INDIAN NAVY ने तबाह कर दिया था कराची बंदरगाह,
सरकार की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, मनरेगा में कुल 1560.84 लाख लोग काम कर रहे हैं। मंत्रालय ने बताया कि यह डेटा 26 नवंबर 2021 तक का है। साथ ही इस जानकारी में सामने आया है कि मनरेगा के जरिए सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश में लोगों को रोजगार मिल रहा है। इस जानकारी के अनुसार, प्रदेश में 210.72 लाख लोग मनरेगा जॉब कार्ड धारक हैं। इसके बाद बिहार का नाम है, जहां 189.32 लाख जॉब कार्ड धारक हैं।
मंत्रालय की ओर से बताया गया कि हरियाणा में सबसे ज्यादा मजदूरी है। हरियाणा मजदूरी दर 315 रुपए है। वहीं, सबसे कम मजदूरी दर है। छत्तीसगढ़ में मजदूरी दर 193 रुपए है। इसके अलावा रेट के मामले में कई राज्यों को गैर अनुसूचित क्षेत्र, अनुसूचित क्षेत्र दो भागों में बांटा गया है और एक राज्य में अलग अलग रेट है।
क्या है मनरेगा
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम यानी महात्मा गांधी नरेगा, अकुशल श्रम कार्य करने के लिए इच्छुक वयस्क सदस्यों वाले प्रत्येक परिवार को एक वित्तीय साल में कम से कम 100 दिनों के मजदूरी रोजगार की गारंटी देकर देश के ग्रामीण क्षेत्रों में परिवारों की आजीविका सुरक्षा बढ़ाने की व्यवस्था करने वाला अधिनियम है।