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दुनिया की इन अजीबोगरीब सजाओं के बारे में पढ़ेंगे तो आपकी छूट जाएगी हंसी
जाने- अनजाने जब किसी से कोई गलती हो जाती है तो कानून(law) से अनुसार उसे सजा( Punishment) भी मिलती है। सजा देने के लिए हर देश में अलग- अलग कानून भी बने हैं। कानून के अनुसार सभी को सजा भी मिलती है। पर कई बार कुछ ऐसी सजाओं के बारे में हमें पता चलता है जो काफी अजीब होती है। आज हम आप को उन्हीं सजाओं के बारे में आप को बता रहे हैं। इनसे कुछ सजाओं के बारे में जानकर आप हैरान रह जाएंगे तो कुछ सजाएं आपको हंसा सकती हैं।
गधे के साथ मार्च करने की सजाः अमेरिका के शिकागो (Chicago) में दो लड़कों ने चर्च से ईसा मसीह की मूर्ति चोरी की थी। साल 2003 में कोर्ट ने इन दोनों लड़कों को दोषी पाते हुए 45 दिन की जेल ती सजा तो सुनाई ही साथ में अपने गृहनगर में एक गधे के साथ मार्च करने का आदेश भी सुनाया।
बाम्बी कार्टून देखने की सजाः अमेरिका के मिसौरी के रहने वाले डेविड नाम के शख्स ने सैकड़ों हिरणों का शिकार किया था। साल 2018 में कोर्ट ने डेविड को हिरणों की मौत का दोषी पाया था। कोर्ट ने उसे एक साल तक जेल में रहकर महीने में एक बार डिज्नी का बाम्बी कार्टून देखने की सजा सुनाई थी।
चर्च जाने की सजाः अमेरिका के ओकलाहोमा ( Oklahoma of America) में रहने वाले 17 वर्षीय टाइलर एलरेड द्वारा शराब पीकर गाड़ी चलाने की वजह से हुई दुर्घटना में उसके एक दोस्त की मौत हो गई थी। यह घटना साल 2011 की है। चूंकि टाइलर उस समय हाई स्कूल में पढ़ते थे, इसलिए अदालत ने उन्हें हाई स्कूल और ग्रेजुएशन खत्म करने के अलावा साल भर के लिए ड्रग, शराब और निकोटिन टेस्ट करवाने के साथ ही 10 साल तक चर्च जाने की सजा सुनाई थी।
कोड़ों की सजाः इंडोनेशिया( Indonesia) के आसेह में एक युवक और युवती को विवाह से पहले शारीरिक संबंध बनाने का दोषी पाया गया। वहां के कानून के मुताबिक, युवक को 100 कोड़े मारने की सजा दी गई थी. सजा को पूरा करने से पहले ही युवक बेहोश हो गया था।
झूला झूलने की सजाः श्रीलंका की राजधानी कोलंबो( Colombo) में साल 2012 में एक लड़का बच्चों का झूला चुराने का दोषी पाया गया। कोर्ट ने उसे बड़े झूले में 200 राउंड काटने की सजा सुनाई थी।
घर छोड़ने की सजाः स्पेन के एंडालूसिया में रहने वाले एक 26 वर्षीय युवक ने अपने माता-पिता के खिलाफ ही कोर्ट में केस दर्ज करवा दिया था। उसका आरोप था कि उसको पॉकेट मनी नहीं दी जाती है। हालांकि कोर्ट ने उल्टे युवक को ही सजा सुना दी थी। कोर्ट ने युवक को 30 दिन के अंदर माता-पिता का घर छोड़ने और अपने पैरों पर खड़े होने का आदेश दिया था।