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गंगा में मेडल बहाएंगे पदकवीर पहलवान, आमरण अनशन पर बैठने का किया ऐलान
महिला खिलाड़ियों के कथित यौन शोषण मामले में भारतीय कुश्ती संघ के निवर्तमान अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले पहलवान (Wrestlers) 28 मई को जंतर-मंतर से हटाए गए। हालांकि, अब पहलवान आर-पार की लड़ाई पर उतर आए हैं। पहलवानों ने अपने मेडल गंगा में बहाने का ऐलान किया है।
पहलवानों का कहना है कि आखिर ऐसे मेडल का क्या फायदा जहां उसकी कदर ही नहीं है। इसी के चलते उन्होंने आज शाम 6 बजे हरिद्वार (Haridwar) में अपने मेडल गंगा में बहाने और इंडिया गेट पर आमरण अनशन पर बैठने का ऐलान किया है।
गिरफ्तारी की कर रहे मांग
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के बाद पहलवानों को बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ एफआईआर (FIR) दर्ज कराने में कामयाबी मिली। अब पहलवान बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
नहीं लिया कोई एक्शन
धरने पर बैठे पहलवानों ने कहा कि वे पहले मेडल राष्ट्रपति को लौटाने की योजना बना रहे थे, लेकिन राष्ट्रपति दो किलोमीटर दूर बैठकर सब कुछ देखती रहीं और कोई एक्शन नहीं लिया।
करते हैं बेटियों की बात
पहलवानों ने कहा कि पीएम मोदी (PM Modi) बेटियों की बात करते हैं, लेकिन उन्होंने घर की बेटियों की सुध-बुध नहीं ली।
मैं ही हूं तंत्र
पहलवानों ने कहा कि बृजभूषण को नए संसद भवन के उद्घाटन में बुलाया गया। उन्होंने कहा वे वहां चमकदार कपड़ों में फोटो खिंचवा रहा था, जो हमें चुभ रही थी। मानो कह रही हो कि मैं ही तंत्र हूं।
गंगा में बहाएंगे मेडल
पहलवानों ने कहा कि वे अपने मेडल गंगा में बहाने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम गंगा मां को जितना पवित्र मानते हैं, उसी पवित्रता और मेहनत से हमने मेडल हासिल किए थे। उन्होंने कहा इसलिए पवित्र मेडल को रखने की सही जगह पवित्र गंगा मां ही हो सकती है।
किसके साथ हैं लोग
पहलवानों ने कहा कि ये लोगों को सोचना होगा कि वो अपनी बेटियों के साथ हैं या उसके साथ हैं जिसने बेटियों का उत्पीड़न किया।
कब शुरू किया आंदोलन
बता दें कि 23 अप्रैल, 2023 से देश के शीर्ष पहलवानों ने बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग को लेकर अपना आंदोलन शुरू किया था। पहलवानों का आरोप है कि बृजभूषण ने एक नाबालिग समेत कई महिला पहलवानों के साथ यौन उत्पीड़न किया है।
पुलिस से हुई झड़प
गौरतलब है कि ये पहलवान दिल्ली जंतर मंतर पर अपना धरना दे रहे थे, जहां पर रविवार को पुलिस से उनकी झड़प हो गई। जिसके बाद वे जंतर-मंतर से लौट आए हैं। दरअसल, रविवार को नए संसद भवन के सामने महिला पंचायत बुलाई गई थी, वहां जाने के लिए पहलवानों ने मार्च निकाला और बैरिकेड्स भी तोड़े। इसी दौरान उनकी पुलिस के साथ झड़प हो गई।
हिरासत में लिए पहलवान
जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों में से 109 पहलवानों समेत 700 लोगों को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया।
पहलवानों के खिलाफ FIR दर्ज
बता दें कि दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शन को लेकर पहलवान साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया के साथ-साथ आयोजकों और समर्थकों के खिलाफ दंगा करने और सरकारी कर्मचारियों के काम में बाधा डालने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की है।
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