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लोगो देखकर बता दिए 62 गाड़ियों के ब्रांड, इंडियाज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराया नाम
ऊना। मात्र सवा दो साल की उम्र में जहां बच्चों के लिए फास्ट फूड या फिर टॉफी को लेकर क्रेज रहता है वहीं इसी उम्र का एक बच्चा ऐसा भी है जिसे अंतरराष्ट्रीय ब्रांड की गाड़ियों के नाम याद रखने की ललक है। शिमला के पंथाघाटी के रहने वाले सवा 2 साल के युवान ने कुछ ऐसा कारनामा किया कि उनका नाम इंडियाज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो गया। 9 अप्रैल 2021 को जन्मे इस बालक ने जनवरी में अपने माता पिता के साथ जयपुर की फ्लाइट में महज मोबाइल फोन पर एक ऐप के माध्यम से इन गाड़ियों के फोटो देखे थे।
लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराने का प्रयास
युवान के माता-पिता ने बताया कि जनवरी में युवान उनके साथ जयपुर घूमने के लिए गया। फ्लाइट में उसके पिता ने उसे व्यस्त रखने के लिए अपने मोबाइल पर गाड़ियों की ऐप खोल कर उसे व्यस्त कर दिया। जबकि उसके बाद घर में टीवी पर गाड़ियों के केवल मात्र फोटो देखते हुए वे उनके ब्रांड के नाम बताने लगा। जिसे देखकर पिता देवज्ञ अत्री और माता पायल अत्री भी दंग रह गए। माता-पिता ने कई बार अपने बच्चे की इस विलक्षण प्रतिभा का टेस्ट भी लिया
जिसमें वे लगातार पास होता गया। जिसके बाद उन्होंने बेटे का नाम लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराने का प्रयास शुरू कर दिया। इसके साथ ही उन्होंने देश की प्रतिष्ठित इंडियाज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड संस्था में भी बेटे का यह कारनामा दर्ज करवाने का प्रयास शुरू किया। जब युवान ऊना के रक्कड़ कालोनी स्थित अपने नाना-नानी के घर आया हुआ था तो इंडियाज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स द्वारा वर्चूयली युवान का टेस्ट लिया तो युवान ने 62 गाड़ियों के लोगो देख उनका ब्रांड बताया। देश की प्रतिष्ठित इंडियाज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड संस्था ने युवान की इस प्रतिभा को देखते हुए उसका नाम इस रिकॉर्ड के लिए दर्ज किया है।
गाड़ियों को लेकर घर में होती रहती है चर्चा
युवान की माता पायल अत्री का कहना है कि युवान के दादा, पिता और चाचा को गाड़ियों का शौक है। घर में भी सामान्य बातचीत के दौरान इन तीनों के बीच गाड़ियों को लेकर चर्चा होती रहती है। हालांकि वह उसे इन सभी चीजों से दूर रखने का प्रयास करती थी। लेकिन जयपुर की फ्लाइट में एक बार इन गाड़ियों के फोटो देखने के बाद युवान ने उनके लोगो रट लिए। जिसके बाद वह नियमित रूप से मोबाइल ऐप में गाड़ियों की तस्वीरें देखने लगा। वही बेटे का नाम इंडियाज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज होने पर माता ने खुशी व्यक्त की है। युवान के पिता देवज्ञ अत्री का कहना है कि गाड़ियों के प्रति बेटे का क्रेज देखकर वह भी हतप्रभ रह गए थे। युवान के पिता कहते हैं कि वह उसकी इस विलक्षण प्रतिभा को शिक्षा क्षेत्र में भी निखारने और जारी रखने का हर संभव प्रयास करेंगे। ताकि वो बड़ा होकर माता पिता के साथ साथ देव भूमि हिमाचल प्रदेश का नाम भी रोशन कर सकें।
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