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शहीद कैप्टन मृदुल शर्मा के स्मारक को सवार रहे 514 AAD Regiment के जवान
हमीरपुर। महज 26 साल की उम्र में देश की रक्षा के लिए जान देने वाले हमीरपुर के शहीद कैप्टन मृदुल शर्मा ( Martyr captain mridul sharma) के पहली जनवरी को शहीदी दिवस को सफल बना का जिम्मा 514 एएडी रेजीमेंट से जवानों ( jawan from 514 AAD Regiment)ने संभाला है। इसी के चलते शहीद के नाम पर बनाए गए स्थलों यानी पार्क व चौराहे पर बनाए गए स्मारक की साफ-सफाई के साथ रंग रोगन का काम भी इन्हीं जवानों द्वारा किया जा रहा है। बता दे कि पहली जनवरी को शहीद कैप्टन मृदुल शर्मा की याद में हर वर्ष जिला प्रशासन की ओर से कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है।
इसी बीच 514 एएडी रेजीमेंट के सूबेदार श्रीमंता बोस ने बताया कि वे हर साल रेजीमेंट से जवानों के साथ हमीरपुर( Hamirpur)आते है और शहीद मृदुल शर्मा के शहीदी दिवस की तैयारी कर रहे है। शहीद के नाम के स्मारक और पार्क को संवारा गया है। उन्होंने बताया कि शहीद की याद में पहली जनवरी को कार्यक्रम का आयोजन होगा, जिसके लिए ही तैयारियां करने के लिए रेजीमेंट से जवान आए हुए है। इसी रेजीमेंट के जवान हवलदार जयप्रकाश सिंह ने बताया कि शहीदी दिवस के लिए वे हमीरपुर आए हुए है और रेजीमेंट से पांच जवानोंके द्वारा शहीदी पार्क की सफाई के अलावा स्मारक की देखररेख व रंग रोगन किया है। कार्यक्रम के बाद वे वापस रेजीमेंट लौट जाएंगे।
26 वर्ष की आयु में कश्मीर में पिया था शहादत का जाम
गौरतलब है कि महज 26 साल की उम्र में देश की रक्षा के लिए शहीद हुए हमीरपुर के शहीद कैप्टन मृदुल शर्मा ने पहली जनवरी 2004 को आतंकवादियों से लोहा लेते हुए कश्मीर में शहादत का जाम पिया था । शहादत के बाद सेना ने मृदुल शर्मा को गैलेटरी अवार्ड से भी सम्मानित किया था।हर साल 514 एए डी रेजीमेंट के जवानों की ओर से शहीद कैप्टन मृदुल शर्मा के शहीदी दिवस से पहले हमीरपुर आकर परिवार का कुशल क्षेम लिया जाता है और शहीद की याद में बनाए गए शहीदी पार्क और स्मारक की भी साफ- सफाई के अलावा देखरेख की जाती है।