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यहां मनाया गया नए साल का ‘अनोखा’ जश्न, 874 कारों को लगा दी आग
नए साल (New Year) का जश्न मनाने को लोग पार्टी करते हैं, लेकिन यहां लोग कारों को आग के हवाले करते हैं। ये ठीक उस वक्त होता है जब दुनियाभर में लोग जश्न मना रहे होते हैं। बात हो रही है फ्रांस (France) की। यहां नए साल का जश्न मनाते हुए कुछ और ही नजारा देखने को मिलता है। हैरान कर देने वाली बात तो है ही कि नए साल की पूर्व संख्या पर लोगों ने सैकड़ों कारों में आग लगाकर नए साल का जश्न मनाया। इस दौरान 874 कारों को आग के हवाले कर दिया गया। इतनी कारों में आग लगाने वाली बात पहली बार नहीं हुई बल्कि यहां हर साल नए साल पर इसी तरह का नजारा देखने को मिलता है। ये जरूर है कि इस साल सिर्फ 874 कारों को ही आग के हवाले किया गया।
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इससे पहले नए साल के स्वागत में कारों में आग लगाने की ये संख्या कहीं ज्यादा रहती थी। इस मर्तबा कोरोना महामारी के चलते लगाए गए प्रतिबंधों के चलते सिर्फ 874 कारों को ही जलाया गया। बताते है कि, फ्रांस में एक अजीब सी परंपरा (Tradition) है जहां हर साल के आखिरी दिन कारों को आग के हवाले कर दिया जाता है लेकिन नई कारों को नहीं बल्कि पुरानी और दुर्घटनाग्रस्त कारों को आग लगाई जाती है। कहते कि ये परंपरा काफी पुरानी है और इसे साल के आखिरी दिन यानी कि 31 दिसंबर को मनाया जाता है मतलब इस दिन यहां पर कारों में आग लगाई जाती है।
बीते साल फ्रांस में तमाम कोरोना (Corona) प्रतिबंध लागू रहे जिसके चलते इस बार जलने वाली गाड़ियों की संख्या कम रही। यानी कोरोना से पहले जलाए जाने वाले वाहनों की संख्या इससे कहीं ज्यादा होती थी। फ्रांस कोरोना की बेहद घातक लहर से जूझ रहा है नए साल के जश्न पर भी इसका साफ असर देखने को मिला। फ्रांस के आंतरिक मामलों के मंत्री गेराल्ड डार्मिनिन का कहना है कि साल 2019 में यहां 1ए316 कारों को आग लगाई गई थी। इसके बाद पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की थी। लेकिन इससे ज्यादा कोई एक्शन नहीं लिया। मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि पूर्वोत्तर फ्रांस के स्ट्रासबर्ग में गाड़ियों को जलाने के बाद 31 लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया गया। अधिकारियों के मुताबिक पूछताछ में छह नाबालिग भी शामिल थे जिन्होंने कोरोना कर्फ्यू के नियमों को तोड़ा था। खैर इस सबके बीच कार जलाने की की ये घटना यहां परंपरा बनकर रह गई है।