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94 फीसदी अध्यापकों को लग चुके हैं कोविड टीके, अब स्कूल खोलना सुरक्षित
शिमला। हिमाचल प्रदेश में दो अगस्त से 10वीं से 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए स्कूल खुलेंगे। शिक्षा मंत्री गोबिंद ठाकुर ने कहा शिक्षा विभाग ने इसके लिए एसओपी जारी कर दी है । सभी शिक्षण संस्थानों में कोविड प्रोटोकॉल सख्ती से लागू होंगे।
हर स्कूल के मुख्य द्वार पर हाथ धोने की रहेगी व्यवस्था, सेनेटाइजेशन और व्यक्तिगत दूरी का भी पालन होगा।शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रदेश करीब 94 फीसदी अध्यापकों को कोविड टीके लग चुके है, ऐसे में अब स्कूल खोलना काफी हद तक सुरक्षित है। स्कूलों में थर्मल स्कैनिंग, माइक्रो प्लानिंग के साथ-साथ मौसम ठीक रहने पर खुले मैदानों में कक्षाएं लगाने पर भी तवज्जो दी जाएगी।
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शिक्षा मंत्री ने कहा कि कैबिनेट ने इससे पहले शिक्षा विभाग को सभी जरूरी तैयारी करने के आदेश दिए थे।उसी मुताबिक स्कूल प्रबंधन तैयारियां कर रहा है। राज्य आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ ने इस संबंध में विस्तृत आदेश जारी कर दिए हैं। इस आदेशों के अनुसार एसओपी का पालन करते हुए पांचवीं और आठवीं कक्षा के छात्रों को भी दो अगस्त से स्कूलों में शिक्षकों से परामर्श लेने के लिए आने की अनुमति होगी। सभी संस्थानों में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए बनाए गए प्रोटोकाल का सख्ती से पालन करने के सरकार ने निर्देश दिए हैं। आवासीय और आंशिक आवासीय स्कूलों को खोलने की भी मंजूरी दी। यह फैसला सरकारी के साथ निजी स्कूल-कॉलेज और कोचिंग संस्थानों पर भी लागू होगा। प्रदेश के किसी भी प्रशिक्षण संस्थान पर सिर्फ उसी व्यक्ति को प्रवेश मिलेगा, जिसने कोविड का टीका लगवाया होगा।
उच्च शिक्षा निदेशालय द्वारा जारी एसओपी के अनुसार जिन विद्यार्थियों को स्कूल के समय में बुखार, खांसी जैसे लक्षण दिखेंगे। उनके लिए दो कमरों की व्यवस्था रहेगी। यहां कुछ देर आराम के बाद इन्हें घर भेज दिया जाएगा।
स्कूलों में दसवीं, ग्यारहवीं और बारहवीं कक्षा के छात्रों को एक-एक सीट छोड़कर बैठाया जाएगा। एक कक्षा में अधिक छात्र के होने पर शारीरिक दूरी का पालन करते हुए अलग-अलग कमरों में बिठाकर कक्षाएं लगाई जाएंगी।
फेस मास्क पहनना अनिवार्य रहेगा। थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही शिक्षकों और विद्यार्थियों को स्कूल परिसरों में प्रवेश दिया जाएगा।
खांसी, बुखार और जुकाम की चपेट में आने वाले विद्यार्थियों से स्कूलों में नहीं आने की अपील की गई है। स्कूल प्रिंसिपलों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि शिक्षकों, गैर शिक्षकों, मिड डे मील वर्करों को वैक्सीन की दोनों डोज लगी हो।
शिक्षण संस्थानों में कोविड के मामलों पर नजर रखने के लिए जिला स्तर पर उपनिदेशकों की अध्यक्षता में कोविड कोआर्डिनेशन कमेटी बनाई जाएगी। कॉलेजों और स्कूलों में वरिष्ठ प्रवक्ता की अध्यक्षता में इस कमेटी का गठन किया जाएगा।
छात्रों को हाजिरी में छूट दी जाएगी।
हाजिरी को लेकर सख्ती नहीं दिखाई जाएगी। स्कूल-कॉलेजों में शौचालयों की दिन में दो बार सफाई की जाएगी। कक्षाओं और परिसर में रोजाना सैनिटाइजेशन की जाएगी।
स्कूल परिसरों में ऐसी कोई भी गतिविधि नहीं होगी। जिसमें छात्रों को एकत्र किया जाए। कोरोना संक्रमण से बचाव को बनाए गए एसओपी का पालन करने के लिए हर कक्षा से दो छात्रों को नियमों का पालन करवाने की जिम्मेवारी सौंपी जाएगी। स्कूलों को साफ निर्देश दिए गए हैं एसओपी का पालन करें।