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शून्य से शिखर : HPCA Stadium में दिखा महिलाओं का हुनर
Last Updated on March 12, 2020 by
धर्मशाला। एचपीसीए स्टेडियम में मैच के दौरान सुजानपुर की हस्त शिल्प महिला कामगारों ने भी अपने उत्पादों की प्रदर्शनी (Exhibition) लगाई है। केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर के मार्गदर्शन में प्रयास स्वयं सेवी संस्था ने हस्तशिल्प कारीगरों की स्थायी आजीविका को बढ़ाने और हस्तशिल्प की कला को जीवित रखने के लिए पिछले दिनों सुजानपुर में शून्य से शिखर कार्यक्रम की शुरुआत की है, जिसके अंतर्गत कढ़ाई, लेस और बांस के 30 से अधिक कामगारों की 52 दिन तक ट्रेनिंग दी गई है।
इस ट्रेनिंग के बाद राष्ट्रीय स्तर के सुजानपुर मेले (Sujanpur fair) के बाद अब भारत और साउथ अफ़्रीका के मैच में इन महिलाओं ने अपने प्रोडक्ट का एक स्टाल लगाया है जिसे देखने के लिए लोग खिंचे चले आ रहे हैं। शून्य से शिखर कार्यक्रम का उदेश्य महिलाओं में उद्यमिता और रोज़गार स्वरोज़गार को बढ़ावा देकर उनका सामाजिक व आर्थिक सशक्तिकरण करना है।
भारत साउथ अफ़्रीका बीच मैच के दौरान स्टेडियम में लगी इस प्रदर्शनी के लिए महिलाओं ने अनुराग ठाकुर व एचपीसीए प्रशासन का आभार प्रकट किया है क्योंकि इस प्रदर्शनी के माध्यम से उन्हें अपने उत्पादों को देश व दुनिया के सामने रखने का एक बड़ा प्लेटफ़ॉर्म उपलब्ध हुआ है।
इस प्रदर्शनी को लेकर अनुराग ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश देवभूमि के नाम से प्रसिद्ध है और यहां के लोगों में अद्भुद प्रतिभा देखने को मिलती है। हस्तशिल्प के नाम पर यहां पत्थर, धातु की मूर्तियां, गुड़िया, मिट्टी के बर्तनों, चित्रों, कालीनों, शॉल की देश विदेश में भारी मांग है। लेकिन हिमाचल प्रदेश के कारीगरों को नई तकनीक, मांग और बाजार लिंकेज की कमी जैसी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
इन चुनौतियों के चलते हिमाचल प्रदेश के उत्पादों को व्यापक रूप से बाहर पहुंचने में बाधा आ रही है। इसे देखते हुए हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में प्रयास संस्था हिमाचल प्रदेश के हैंडीक्राफ़्ट्स उद्योग के सामने आने वाली इन परेशानियों को दूर करने के लिए शून्य से शिखर कार्यक्रम की शुरुआत की है। प्रयास संस्था के शून्य से शिखर प्रोग्राम के माध्यम से सुजानपुर की महिलाओं के सपनों को एक नई उड़ान मिली है।
इस प्रोग्राम से ज़रिए महिलाएं अपनी मेहनत व हुनर से कई तरह के प्रोडक्ट बना कर अपना सामाजिक व आर्थिक विकास कर आत्मनिर्भर बन रही हैं। भारत साउथ अफ़्रीका के बीच अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान इन महिलाओं ने अपने प्रदर्शनी के माध्यम से देश और दुनिया के सामने हिमाचल प्रदेश की हस्तशिल्प कला का अनूठा प्रदर्शन किया है जिसके लिए वो बधाई की पात्र हैं।