-
Advertisement
Covid-19 ; सूचना के उचित प्रबंधन के लिए राज्य नियंत्रण कक्ष स्थापित
शिमला। कोविड-19 महामारी प्रबंधन के लिए एक राज्य नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है, जो राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अन्तर्गत कार्य कर रहा है। सीएम जयराम ठाकुर (CM Jairam Thakur) ने बताया कि सरकार द्वारा यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि कोविड-19 के कारण लॉकडाउन की अवधि के दौरान सूचना का उचित प्रबंधन, संग्रह और प्रवाह हो। सीएम ने कहा कि राज्य सरकार कोविड-19 वायरस को फैलने से रोकने के लिए सामाजिक दूरी सहित सभी आवश्यक ऐहतियाती उपायों को प्रदेश में लागू कर रही है। उन्होंने कहा कि कर्फ्यू और लाॅकडाउन के कारण फंसे हुए लोगों की कठिनाइयों को कम करने के लिए सरकार प्रयासरत है।
यह सुनिश्चित करने के लिए कि देश के अन्य राज्यों में रहने वाले हमारे राज्य के लोगों को संकट की इस घड़ी में सही जानकारी, सूचना और अन्य आवश्यक सहायता मिले, इसके लिए त्वरित संचार के साधन अपनाए जा रहे हैं। इसके लिए सरकार ने समर्पित हेल्पलाइन नंबर, 0177-2626076, 0177-2626077, 0177-2622204, 0177-2629688, 0177-2629939 और 0177-2621154 (फैक्स) स्थापित करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि फोन नंबर 0177-2626076 और 0177-2626077 चार टीमों द्वारा सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे और दोपहर 2 बजे से रात 10 बजे तक बारी-बारी संचालित किए जाएंगे और शेष फोन नंबर राज्य आपदा नियन्त्रण कक्ष (SEOC) कर्मचारियों द्वारा चैबीसों घंटे संचालित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि ये टीमें हिमाचल प्रदेश सचिवालय में स्थापित राज्य आपदा नियन्त्रण कक्ष (एसईओसी) से कार्य करेंगी। उन्होंने कहा कि यह सभी टीमें प्रधान सचिव ओंकार चंद शर्मा की निगरानी में काम करेंगी, जिनकी कोविड-19 महामारी के राज्य नोडल अधिकारी डीसी राणा सहायता करेंगे। जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में बुधवार को भी विभिन्न सीमावर्ती ज़िलों में विभिन्न आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित की गई। राज्य के बिलासपुर, चम्बा, कांगड़ा, सिरमौर, सोलन और ऊना आदि सीमावर्ती जिलों में 130 वाहनों में 44,420 एलपीजी सिलेंडर, 117 वाहनों में 12,42,000 लीटर डीज़ल/पैट्रोल, 259 वाहनों में 3,09,577 लीटर व 10,125 करेट दूध और 535 ब्रैड के करेट, 942 वाहनों में 5,530 टन किराने का सामान, 553 वाहनों में 1,554 टन सब्जियां व फल, 205 वाहनों में 1.5 टन विभिन्न जरूरी दवाइयां व सेनिटाइजर तथा 174 वाहनों में 2,061 टन पशुओं के चारे की आपूर्ति की गई है।
उन्होंने कहा कि अब तक 9,030 मजदूर राज्य के विभिन्न हिस्सों में फंसे हुए हैं और 6583 व्यक्ति और 10,000 झुग्गी झोंपड़ी के परिवार विभिन्न जिलों में हैं। उन्होंने कहा कि इन लोगों में से 334 को आश्रय की आवश्यकता थी जो उन्हें प्रदान कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि 8,210 व्यक्तियों और 10,000 परिवारों को राशन के रूप में सहायता की आवश्यकता थी जिसकी उन्हें आपूर्ति कर दी गई है।