-
Advertisement
भारतीय Railway ने 7 दिन में तैयार किया किफायती वेंटिलेटर ‘जीवन’; ICMR की मंजूरी बाकी
Last Updated on April 6, 2020 by saroj patrwal
नई दिल्ली। भारत समेत समूचे विश्व में चल चल रही कोरोना वायरस (Coronavirus) से जंग के बीच भारतीय रेलवे (Indian Railway) के इंजिनियर्स ने कुछ ऐसा कारनामा कर दिया है कि हर कोई हैरान है। दरअसल कोरोना के विरुद्ध लड़ाई में कपूरथला रेल कोच फैक्ट्री के इंजीनियर्स ने ‘जीवन’ नाम के वेंटिलेटर के प्रोटोटाइप का निर्माण किया है, जो बेहद सस्ता है। इस बारे में जानकारी शेयर करते हुए रेल मंत्री पियूष गोयल ने कहा कि स्वदेशी तकनीक से बना यह वेंटिलेटर कोरोना महामारी से लड़ रहे हमारे साथियों के लिये बड़ी राहत का काम करेगा। हालांकि अभी तक आईसीएमआर से इसे मंजूरी मिलने की प्रतीक्षा की जा रही है।
यह भी पढ़ें: कनिका कपूर ने 18 दिन में Coronavirus को हराया, छठी रिपोर्ट Negative आने पर घर लौटीं
रेलवे कोच फैक्ट्री (आरसीएफ) के महाप्रबंधक रविंदर गुप्ता ने बताया, ‘जीवन वेंटिलेटर की कीमत बिना कंप्रेसर के करीब दस हजार रुपए होगी। एक बार हमें आईसीएमआर की मंजूरी मिल जाए तो हमारे पास रोजाना 100 वेंटिलेटर बनाने के संसाधन मौजूद हैं।’ गुप्ता ने कहा कि इसे आरसीएफ की टीम ने तैयार किया है। इसमें मरीज के सांस को चलाने के लिये एक वॉल्व लगाया गया है। जरूरत के हिसाब से इसके आकार में बदलाव किया जा सकता है। यह बिना आवाज किये चलता है।
अभी देश में उपलब्ध वेंटिलेटर की अधिकतम संख्या 57 हजार है। हालांकि यदि संक्रमण फैलता रहा तो खराब स्थिति में देश में 15 मई तक 1.10 लाख से 2.20 लाख वेंटिलेटर तक की जरूरत पड़ सकती है। अभी उपलब्ध वेंटिलेटर की कीमत पांच लाख रुपए से 15 लाख रुपए है। ऐसे में माना जा रहा है कि अगर इस वेंटिलेटर को आईसीएमआर मंजूरी दे देता है, तो यह देश में कोरोना वायरस के खिलाफ चल रही जंग में यह एक महत्वपूर्ण हथियार साबित होगा।