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Fourlane का ये कैसा कामः पहाड़ पर चल रही कटिंग, Highwayसे गुजारी जाती हैं गाड़ियां
वीरेंद्र भारद्वाज/ मंडी। कीरतपुर से मनाली तक बन रहे फोरलेन( Kiratpur to Manali Fourlane) में कहीं बहुत बढ़िया काम हो रहा है तो कहीं नियमों की ऐसी धज्जियां उड़ाई जा रही हैं जिससे लोगों की सुरक्षा के साथ सरेआम खिलवाड़ किया जा रहा है। बात हो रही है मंडी ( Mandi) से सात मील के बीच जारी कटिंग वर्क की। इस कार्य को केएमसी कंपनी( KMC Company)कर रही है और यहां पर एनएचएआई( NHAI) के नियमों की सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। हालांकि यहां की भौगोलिक परिस्थितियां थोड़ी विपरित हैं जिस कारण कार्य करना चुनौतीपूर्ण होता है लेकिन इस चुनौती से पार पाने के लिए जो नियम निर्धारित किए गए हैं उनका किसी तरह से पालन नहीं किया जा रहा है। रोड़ कटिंग में सुरक्षा के मानकों की पूरी तरह से धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। न तो मौके पर कोई सुरक्षा कर्मी मौजूद रहता है और न ही किसी तरह की बैरिकेटिंग की गई है। कई बार तो पहाड़ पर कटिंग का कार्य चला होता है और नीचे हाईवे से वाहनों को गुजारा जा रहा होता है।
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हाईवे किनारे की फैंका जा रहा है मलबा
अधिकतर समय यहां लंबा जाम आम लोगों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। दिन के समय कटिंग कार्य को करने के लिए एक से डेढ़ घंटे तक नेशनल हाईवे का ट्रेफिक रोका जा रहा है जिस कारण हाईवे से गुजर रहे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पहाड़ों की कटिंग के बाद जो मलबा निकल रहा है उसे हाईवे किनारे की फैंका जा रहा है जिस कारण हाईवे संकरा हो गया है जिस कारण भी ट्रेफिक जाम हो रहा है। हाईवे पर जगह-जगह गड्डे पड़े हुए हैं जिन्हें भरने की तरफ भी कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है और धूल-मिट्टी से निजात दिलाने के लिए पानी का छिड़काव भी नहीं हो रहा है। वहीं जब इस बारे में केएमसी कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर राज शेखर से बात की गई तो उन्होंने हाईवे पर गिरे मलबे को जल्द हटाने की बात कही और कहा कि नियमों को ध्यान में रखकर ही सारा कार्य किया जा रहा है। एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अमन रोहिला ने कहा कि भौगोलिक परिस्थितियां विपरित होने के कारण कार्य करने में काफी ज्यादा परेशानी आ रही है। बावजूद इसके केएमसी कंपनी को निर्देश दिए गए हैं कि वह लोगों की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए कार्य करे। यदि कंपनी कोई कोताही बरत रही है तो उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई अम्ल में लाई जाएगी।