-
Advertisement
विकास दुबे Encounter: एक हफ्ते से तलाश रही थी Police, गिरफ्तारी के 24 घंटे के अंदर मारा गया
Last Updated on July 10, 2020 by
कानपुर गोलीकांड का मास्टरमाइंड विकास दुबे आखिरकार मारा गया। पुलिस के अनुसार उज्जैन से जब यूपी एसटीएफ की टीम विकास दुबे (Vikas Dubey) को कानपुर ला रही थी, तब रास्ते में गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया। इसी दौरान विकास ने जब भागने की कोशिश की, तो पुलिस और गैंगस्टर के बीच मुठभेड़ हुई। पुलिस एक हफ्ते से विकास दुबे की तलाश कर रही थी, लेकिन पुलिस की पकड़ से वो दूर ही रहा था। पुलिस ने उसके साथियों को भी पकड़ा। कुछ के एनकाउंटर (Encounter) भी किए लेकिन वो हाथ नहीं आया। गुरुवार को अचानक विकास दुबे उज्जैन के महाकाल मंदिर के बाहर मिला, जहां उज्जैन पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया, लेकिन गिरफ्त में आने के 24 घंटे के अंदर ही विकास दुबे के मारे जाने की खबर सामने आ गई।
हिमाचल और देश-दुनिया की ताजा अपडेट के लिए join करें हिमाचल अभी अभी का Whats App Group
#VikasDubey … गैंग ऑफ कानपुर … यूपी के मोस्ट वांटेड का अंत … लेकिन अपने साथ कई बड़े राज भी ले गया #Encounter #KanpurShootout pic.twitter.com/v3BOwxGVZt
— पंकज झा (@pankajjha_) July 10, 2020
ये है सरेंडर से लेकर एनकाउंटर में मारे जाने तक की कहानी
गुरुवार तक विकास दुबे को यूपी पुलिस (UP Police) हरियाणा और राजस्थान में तलाश रही थी, लेकिन वो मिला मध्य प्रदेश के उज्जैन में। गुरुवार सुबह करीब साढ़े सात बजे विकास दुबे महाकाल मंदिर पहुंचा, जहां उसने अंदर मंदिर के दर्शन किए। इसी दौरान किसी दुकानदार ने विकास दुबे को पहचाना, जिसके बाद सुरक्षाकर्मी को सूचना दी गई। इसके बाद स्थानीय पुलिस (Local Police) को बुलाया गया। पुलिस ने मंदिर से बाहर आने पर विकास दुबे से पूछताछ की, उसकी आईडी मांगी, लेकिन वो नहीं दे पाया। विकास दुबे ने पुलिस के साथ बहस की। इसी दौरान पुलिस ने उसे पकड़ लिया। जब गैंगस्टर को पुलिस ले जा रही थी, तब वो जोर जोर से चिल्ला रहा था कि मैं विकास दुबे हूं… कानपुर वाला। गुरुवार शाम को विकास दुबे को MP से UP लाने की प्रक्रिया शुरू हुई। यूपी एसटीएफ की टीम उसे कानपुर लेकर रवाना हुई। शुक्रवार सुबह STF के काफिले के एक्सीडेंट की खबर आई। इसी दौरान विकास दुबे ने हथियार छीनकर भागने की कोशिश की और एनकाउंटर में मारा गया।