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कोरोना संकट चलता रहा तो Students को घर पर ही मिल जाएगी वर्दी-बैग
Last Updated on July 30, 2020 by
शिमला। कोविड-19 के प्रकोप के बीच अगर आने वाले दिनों में भी स्कूल बंद रखने पड़े तो छात्रों को उनके घर पर ही वर्दी व बैग (Uniform & Bag) मिल जाएंगे। सरकार छात्रों के लिए ये व्यवस्था करने जा रही है, इसके लिए शिक्षा विभाग ने एक प्रस्ताव तैयार किया है। इस प्रस्ताव में इस बात की व्यवस्था की जा रही है कि मिड-डे मील की तरह स्मार्ट वर्दी और स्कूल बैग घर जाकर दिए जाएंगे। प्रदेश के करीब नौ लाख बच्चों को स्मार्ट वर्दी (Smart uniform) और ढाई लाख बच्चों को नि:शुल्क बैग दिए जाने प्रस्तावित हैं। अटल स्कूल वर्दी योजना के तहत सरकार हर वर्ष बच्चों को वर्दी और बैग उपलब्ध करवाती है।
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सितंबर-अक्तूबर में वर्दी, बैग आवंटित करने का प्रस्ताव
शिक्षा विभाग (Education Department) ने कोरोना संकट को देखते हुए सितंबर और अक्तूबर में वर्दी और बैग आवंटित करने का प्रस्ताव तैयार किया है। प्रस्ताव को सरकार की मंजूरी के लिए कैबिनेट बैठक में ले जाया जाएगा। स्कूल वर्दी का टेंडर कंपनी को अवार्ड कर दिया गया है। बीते वर्ष ही सरकार ने दो साल के लिए टेंडर अवार्ड कर दिया था। इसी कड़ी में बीते दिनों खाद्य आपूर्ति निगम ने बीते साल चयनित की गई कंपनी को खरीद प्रक्रिया शुरू करने की मंजूरी दे दी है।
दो सप्ताह के भीतर खरीद प्रक्रिया होगी शुरू
पहली से बारहवीं कक्षा के बच्चों को भी प्रदेश सरकार ने बीते वर्ष से निजी स्कूलों की तर्ज पर स्मार्ट वर्दी देने की योजना शुरू की है। छात्र और छात्राओं के लिए अलग-अलग रंग की वर्दी तय की गई है। उधर, पहली, तीसरी, छठी और नौवीं कक्षा के विद्यार्थियों को नि:शुल्क स्कूल बैग देने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। शिक्षा सचिव राजीव शर्मा की अध्यक्षता में इस बाबत चर्चा हो चुकी है। दो सप्ताह के भीतर इस खरीद प्रक्रिया को भी शुरू कर दिया जाएगा। ऐसे में शिक्षा विभाग ने प्रस्ताव तैयार किया है कि अगर स्कूल कोरोना संकट के चलते बंद ही रहते हैं तो बच्चों को घरों में जाकर वर्दी और बैग दिए जाएंगे। यानी वर्दी व बैग की चिंता खत्म।