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#Dalai_Lama का वीडियो शेयर करने पर Tibetan को एक साल के लिए जेल में डाला
मैक्लोडगंज। तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा (Dalai Lama) को चीन अलगाववादी मानता आया है,तिब्बत में 14वें धर्मगुरू की तस्वीर तक रखने पर प्रतिबंध है। 14वें दलाई लामा के अनुयायी आज भी छिप-छिप कर उनकी पूजा करते हैं। चीन (China) इन सभी पर पैनी नजर रखता आया है। ताजा मामला तिब्बत में माचिन, गॉल प्रान्त से जुडा हुआ है। लुहंडुप दोरजे (Lhundhup Dorje) नाम एक तिब्बती (Tibetan) को गोल्ज प्रान्त प्रीमीडिएट कोर्ट द्वारा अलगाववाद को उकसाने (Inciting Separatism) और सामग्री पोस्ट करने के आरोप में एक साल की जेल (Jail) की सजा सुनाई है। लुहंडुप दोरजे के वीबो और वीचैट अकाउंट पर वर्ष 2019 से दलाई लामा की शिक्षाएं पोस्ट हो रखी हैं। तिब्बती निर्वासित सरकार की आधिकारिक साइट की रिपोर्ट के मुताबिक 5 फरवरी, 2019 को दोरजे ने अपने वीबो अकाउंट पर तिब्बती निर्वासित सरकार को एक नए साल पर शुभकामनाओं वाला वीडियो पोस्ट किया, जिसे 2,383 बार क्लिक किया गया। उन्होंने वीचैट पर अपने दोस्तों के सर्कल में 14वें दलाई लामा का एक 10 सेकेंड का वीडियो भी साझा किया।
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इसी तरह इस रिपोर्ट में बताया गया है कि इस साल 11 मार्च को, लुहंडुप दोरजे ने वीबो पर एक ग्राफिक रिट्वीट किया जिसमें तिब्बती स्वतंत्रता की सामग्री थी। रेडियो फ्री एशिया के अनुसार, यह तिब्बती स्वतंत्रता के लिए नारे लगा रहा था। ऐसे ही तीन मई को, उन्होंने वीबो पर एक बच्चे के रूप में दलाई लामा की प्रशंसा में एक संदेश पोस्ट किया। उसके बाद दोरजे को 23 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था और उनकी सजा सुनाए जाने तक पांच महीने तक हिरासत में रखा गया। रिपोर्ट में कहा गया है कि दोरजे ने अपने ऊपर लगे आरोपों को स्वीकार करते हुए सजा के खिलाफ अपील नहीं की। अमदो प्रांत के गंगरी गांव से ताल्लुक रखने वाले दोरजे का जन्म सात अगस्त 1990 को हुआ।