-
Advertisement
उड़ गए सबके होश जब अपने पैसे लेने #Bank पहुंच गया मुर्दा, पढ़ें क्या था पूरा माजरा
पटना। आप बैंक में अपने लेन-देन संबंधी काम के लिए जाते होंगे पर क्या आपने ऐसा सुना या देखा है कि मुर्दा पैसे लेने बैंक आया हो। नहीं न… पर ऐसा हुआ है जनाब। अगर कभी ऐसा हो तो सोचो आप का और बैंक कर्मियों का क्या हाल होगा। बात एक दम सच है और अपने ही देश के बिहार राज्य (Bihar state) की है। यहां पर एक मुर्दा पैसे निकलवाने के लिए बैंक (Bank) पहुंच गया। अब आप के मन में सवाल उठ रहा होगा कि आखिर मुर्दे को पैसे की क्या जरूरत पड़ गई। तो इस सवाल जा जवाब यह है कि उसे अपना अंतिम संस्कार भी करवाना था। चलिए आप को पूरा मामला तफ्सील से समझाते हैं।
यह भी पढ़ें : हादसे में बदल गया Romantic Proposal, हां कहते ही ऊंचाई से गिरी महिला
हुआ यूं कि बिहार की राजधानी पटना से सटे शाहजहां पुर के सिगियावां गांव में 55 वर्ष के महेश यादव नाम के शख्स की मौत हो गई। इसके बाद आसपास के लोग इसका अंतिम संस्कार करवाने के एकत्र हो गए। अब अंतिम संस्कार के लिए पैसे भी चाहिए थे। लोगों ने तय किया कि महेश के बैंक खाते में जो भी पैसे हैं, उससे अंतिम संस्कार (Funeral) किया जाए। जब लोग बैंक पैसे लेने गए तो बैंक वालों ने उन्हें पैसे देने से इनकार कर दिया।
जब बात नहीं बनी तो गुस्साए गांववाले महेश की लाश को लेकर बैंक चले गए और वहां अंदर लाश (Dead body) को रख दिया। लाश को बैंक के अंदर देखकर मैनेजर सहित बैंक कर्मियों के होश उड़ गए। बैंक कर्मी आग्रह करते रहे पर ग्रामीण बिना पैसे लिए वहां से लाश हटाने को तैयार नहीं हुए। सभी लोग लाश के साथ वहीं पर बैठ गए। ऐसे में बैंक में हड़कंप मच गया। आखिरकार बैंक मैनेजर ने अपनी जेब से दस हजार रुपए दिए तब कहीं जा कर ग्रामीणों ने लाश को वहां से उठाया और अंतिम संकार किया। माजरा यह था कि महेश का कोई नहीं था। उसके बैंक खाते में 18 हजार रुपए थे उसका कोई नॉमिनी भी नहीं था और न ही खाते का केवाईसी। इसी कारण बैंक ने पैसे देने से इनकार कर दिया था।