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हिमाचल: मांझी खड्ड में आई बाढ़ बहा ले गई 6 परिवारों के आशियाने, कई घर करवाए खाली
धर्मशाला। हिमाचल के कांगड़ा जिला में सोमवार सुबह अप्पर धर्मशाला (Dharamshala) स्थित भागसूनाग में बादल फटने से भारी तबाही हुई है। धर्मशाला के साथ लगते चैतड़ू के पास बगली (Bagli) गांव में खड्ड में आई बाढ़ ने कई परिवारों को बेघर कर दिया है। बगली में छह परिवारों के घर बाढ़ में बह गए हैं। वहीं कई परिवारों के घरों पर संकट के बादल छाए हुए हैं। जिसके चलते प्रशासन ने इन्हें जल्द जल्द से घर खाली करने के आदेश दिए हैं। आसपास के लोग भी अपने घरों को खाली कर रहे हैं। मांझी खड्ड में बाढ़ आने से लोग पूरी तरह से दहशत में हैं। घटना के बाद धर्मशाला के विधायक विशाल नैहरिया भी मौके पर पहुंचे गए हैं और लोगों को सांत्वना दे रहे हैं। एसडीएम सहित प्रशासिनक अमले ने भी मौके पर पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया है व राहत कार्य किया जा रहा है। विधायक विशाल नैहरिया और एसडीएम धर्मशाला हरीश गज्जू ने चैतड़ू पहुंचकर प्रभावित छह परिवारों को स्कूल में रहने की व्यवस्था करवाई है। जिन घरों पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है वह परिवार अपने घरों से भारी बारिश में कीमती सामान निकालने में जुटे हुए हैं। वहीं, शिला चौक में भी एक भवन पानी के रौद्र बहाव की चपेट में आकर ढह गया है। इसके अलावा स्कूल भवन तक भी खड्ड का पानी पहुंच गया है।
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भागसूनाग में बादल फटने ( cloudburst) के बाद आए तेज पानी से मची तबाही के बाद जिला प्रशासन ने आमजन को कहा है कि वह नदी -नालों तथा खड्डों के नजदीक जाने से परहेज करें। इसी बीच जिला प्रशासन ने कुछ जगहों पर ज्यादा पानी आने पर लोगों को दूसरी जगहों पर विस्थापित भी किया है। डीसी कांगड़ा डॉ निपुण जिंदल ( DC Kangra Dr Nipun Jindal) ने राजस्व विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि राहत तथा पुनर्वास के कार्यों को त्वरित प्रभाव से पूरा किया जाए और किसी भी स्तर पर कोताही नहीं बरतें ताकि प्रभावित लोगों को किसी भी तरह की असुविधा नहीं झेलनी पड़े। डॉ जिंदल ने कहा कि आपदाओं से निपटने के लिए जिला तथा उपमंडल स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं मानसून सीजन में यह कंट्रोल रूम 24 घंटे खुले रहेंगे ताकि आपदा से त्वरित प्रभाव से निपटा जा सके। आपदा की स्थिति में जिला मुख्यालय कंट्रोल रूम से टोल फ्री नंबर 1077 पर संपर्क कर सकते हैं। आपदा से निपटने के लिए आवश्यक उपकरण भी उपमंडल स्तर पर उपलब्ध करवाए गए हैं इसके साथ ही होमगार्ड तथा वालंटियर्स की टीमें भी गठित की गई हैं जो कि आपदा के दौरान त्वरित प्रभाव से कार्य करेंगी।
सभी विभागों को मानसून सीजन (Monsoon season) के दौरान आपदा प्रबंधन से जुड़े कार्यों के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त करने निर्देश भी दिए गए हैं ताकि आपदा प्रबंधन का कार्य सुचारू रूप से सके। डॉ. जिंदल ने कहा कि मौसम के पूर्वानुमान की जानकारी नियमित तौर पर लोगों तक पहुंचाने के लिए भी उपयुक्त कदम उठाए गए हैं ताकि आम जनमानस पहले से ही मौसम को लेकर पहले से अलर्ट रहें। उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग, आईपीएच तथा विद्युत विभाग को आपदा प्रबंधन की दृष्टि से जेसीबी मशीनें और आवश्यक उपकरण भी पहले से तैयार रखने के निर्देश दिए गए हैं। आपदा प्रबंधन के लिए सड़कों में पानी की निकासी इत्यादि की भी उचित व्यवस्था करने, शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों में में नालों तथा गंदे पानी की निकासी के लिए निर्मित नालियों की भी उचित सफाई की जाए ताकि पानी का प्रवाह सुचारू रूप से चलता रहे।
सभी अधिकारियों को 24 घंटे अलर्ट रहने के निर्देश
डा निपुण जिंदल ने कहा कि मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार 13 जुलाई को भी भारी बारिश का पूर्वानुमान है इसके साथ ही 14 से लेकर 16 जुलाई तक भी मौसम खराब बताया गया है। इसी को ध्यान में रखते हुए आपदा प्रबंधन एक्ट 2005 के तहत कांगड़ा जिला में सभी विभागों के जिला अधिकारियों को सजग रहने और जिला प्रशासन से सीधे संपर्क में रहने के आदेश जारी किए गए हैं इसमें मोबाइल या अन्य किसी माध्यम से विभागीय अधिकारियों को अलर्ट रहने के आदेश दिए गए हैं ताकि आपदा की स्थिति से निपटने के लिए त्वरित कार्रवाई की जा सके। उन्होंने कहा कि किसी भी आपात स्थिति में कंट्रोल रूम के ट्रोल फ्री नंबर 1077 या दूरभाष नंबर 01892 229050 पर संपर्क किया जा सकता है।