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फीकी पड़ रही राखी की रौनक, नहीं आ रहे कोई खरीददार
ऊना। हिमाचल (Himachal) में इस साल भी राखी (Rakhi) की रौनक फीकी पड़ती दिखाई दे रही है। कोरोना काल (Corona Period) के मंदी का असर अब बाजारों (Market) में दिखने लगा है। राखी के त्योहार को दो दिन बचे हैं, लेकिन बाजारों से रौनक गायब है। राखी बेचने वाले दुकानदारों (Shopkeeper) के चेहरे पर मायूसी छाई हुई है।
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बाजारों में नहीं आ रहे लोग
रक्षाबंधन के पर्व को लेकर लंबे अरसे से तैयारियों में जुटे कारोबारियों के लिए मुनाफा कमाना तो दूर लागत का पैसा भी पूरा करना इस वक्त टेढ़ी खीर बन चुका है। बाजार पूरी तरह खाली दिखाई दे रहे हैं। दुकानदारों की माने तो कोरोना की तीसरी लहर (Corona Thirdwave) के डर से लोग बाजार नहीं आ रहे हैं। त्यौहार को दो दिन रह गए हैं। अगर यही हाल रहा तो सामान की खरीद के पैसे भी पूरे नहीं निकलेंगे।
बता दें कि रक्षाबंधन को फेस्टिवल सीजन का आगाज भी माना जाता है। ऐसे में आने वाले तमाम त्योहारों पर भी इस महामारी का साया पड़ना लगभग तय माना जा रहा है। वर्तमान परिस्थितियों में हालात यह है कि रक्षाबंधन के पर्व को महज 2 दिन का समय शेष बचा है। लेकिन बाजारों में खरीददार पूरी तरह से नदारद है। स्थानीय कारोबारियों का मानना है कि तीसरी लहर के डर के चलते खरीददार बाजारों में नहीं आ रहे हैं। कारोबारियों ने अंदेशा जताया है कि यदि यही हाल रहा तो इस बार मुनाफा कमाना तो दूर की बात है त्योहार को लेकर की गई उनकी खरीद के पैसे भी पूरे होते दिखाई नहीं दे रहे।
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