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पंजाब में सियासी संकट: अंबिका सोनी ने सीएम बनने से किया इनकार, सीएलपी की बैठक भी टली
Last Updated on September 19, 2021 by saroj patrwal
नई दिल्ली। पंजाब में सियासी संकट गहराया हुआ है और हर पल नया घटना क्रम आमने आ रहा है। इसी बीच पार्टी की वरिष्ठ नेता अंबिका सोनी का नाम सीएम पद के लिए सामने आया था लेकिन कुछ देर बाद पता चला कि उन्होंने खुद ही यह पद लेने से इनकार कर दिया है। इसी के सत ही 11 बजे पंजाब कांग्रेस विधायक दल की जो बैठक होनी थी वह भी टल गई है। इससे अमरिंदर सिंह के पंजाब के सीएम पद से हटने के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार देर रात एक बैठक की, जिसमें पार्टी नेता अंबिका सोनी, महासचिव संगठन केसी वेणुगोपाल मौजूद रहे। बैठक आधीरात के बाद समाप्त हुई। सूत्रों ने कहा कि नए सीएम और अमरिंदर सिंह को शांत करने की रणनीति पर भी चर्चा हुई। अंबिका सोनी पंजाब से हैं और वरिष्ठ नेता रह चुकी हैं। सूत्रों ने यह भी कहा कि चुनाव होने तक उन्हें सीएम बनाया जा सकता है क्योंकि सोनी के सोनिया गांधी के साथ अच्छे संबंध हैं।पंजाब पार्टी के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ सीएम पद की दौड़ में सबसे आगे हैं, सूत्रों ने कहा कि पार्टी आप का मुकाबला करने के लिए चुनाव से पहले एक गैर सिख चेहरा पेश करना चाहती है, जो राज्य में जमीन हासिल कर रही है।
सूत्रों का कहना है कि पार्टी एक सिख नवजोत सिंह सिद्धू को राज्य कांग्रेस प्रमुख और चुनाव में एक गैर सिख सीएम उम्मीदवार के रूप में चाहती है। अन्य नामों में प्रताप सिंह बाजवा और लुधियाना के सांसद रवनीत सिंह बिट्टू शामिल हैं। पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह के उत्तराधिकारी का चयन करने के लिए शनिवार को यहां कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) की बैठक बुलाई गई, जिन्होंने शनिवार दोपहर पार्टी में अंदरूनी कलह के बीच इस्तीफा दे दिया, विधायकों ने सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित कर अंतरिम पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को नया नेता चुनने के लिए अधिकृत किया।
पार्टी के प्रदेश प्रभारी हरीश रावत ने मीडिया को बताया कि अमरिंदर सिंह और एक अन्य सदस्य को छोड़कर कुल 80 विधायकों में से 78 ने सोनिया गांधी को सीएलपी का नया नेता चुनने के लिए अधिकृत किया।उन्होंने कहा कि दो प्रस्ताव, एक पंजाब के लिए अमरिंदर सिंह के योगदान की प्रशंसा करना और दूसरा अध्यक्ष सोनिया गांधी को नए सीएलपी नेता का चयन करने के लिए अधिकृत करना सर्वसम्मति से पारित किया गया। पार्टी आलाकमान ने रावत के साथ सीएलपी बैठक के लिए अजय माकन और हरीश चौधरी को केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में प्रतिनियुक्त किया था।
–आईएएनएस