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हिमाचल: सुराह खड्ड पर बनने वाले पावर प्रोजेक्ट का विरोध जारी, ग्रामीणों ने प्रस्ताव पर भी उठाए सवाल
मंडी। हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर के गृह क्षेत्र सराज में सुराह खड्ड पर प्रस्तावित माइक्रो हाइड्रो इलेक्ट्रिकल प्रोजेक्ट (Micro Hydro Electrical Project) का विरोध लगातार जारी है। ग्रामवासियों का कहना है कि इस क्षेत्र के सभी लोग कृषि पर आधारित है और इस प्रोजेक्ट के शुरू होने से इलाके की अधिकांश जमीन सिंचाई से वंचित रह जाएगी। वहीं, गांव सुराह के प्रतिनिधिमंडल ने पावर प्रोजेक्ट (power project) के लिए ग्राम पंचायत मुहराग द्वारा पास किए गए प्रस्ताव पर भी सवालिया निशान खड़े किए हैं।
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बता दें कि मंगलवार को सराज की ग्राम पंचायत मुरहाग के गांव सुराह का एक प्रतिनिधिमंडल डीसी मंडी अरिंदम चौधरी से मिला और उन्हें एक ज्ञापन उन्हें सौंपा। हिमाचल कांग्रेस कमेटी विचार विभाग के चेयरमैन विजय पाल सिंह ने कहा कि इस इलेक्ट्रिकल प्रोजेक्ट में सुराह खड़ का पानी उठाकर कंपनी द्वारा दूसरी जगह बिजली तैयार की जाएगी, जिससे गांव की अधिकांश जमीन संचाई से वंचित हो जाएगी। उन्होंने कहा कि गांव के लगभग 90 प्रतिशत लोगों का व्यवसाय कृषि है, इसलिए गांव के सभी लोगों ने कंपनी को जमीन देने से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत मुरहाग के द्वारा पास किए गए प्रस्ताव में ग्रामीणों के फर्जी हस्ताक्षर के जांच के आदेश दिए जाएं। उन्होंने कहा कि इस प्रस्ताव पर जो फर्जी हस्ताक्षर किए गए हैं, उनकी जांच जल्द से जल्द की जाए और इस प्रस्ताव को तत्काल प्रभाव से रद्द किया जाए।
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वहीं, सुराह गांव निवासी भाग सिंह ने बताया कि कंपनी उनके गांव में प्रोजेक्ट लगाने को आतुर है, जिससे यहां के स्थानीय लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि अगर पानी नहीं रहेगा तो जमीन में पैदावार संभव नहीं है और गांववासियों को बेरोजगारी-भुखमरी जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि गांव सुरहा के सभी निवासी और गांव के द्वारा चुनी हुई नदी बचाओ प्रोजेक्ट हटाओ कमेटी सरकार और प्रशासन से आग्रह करती है कि जल्द से जल्द उनकी समस्या का समाधान किया जाए और फर्जी प्रस्ताव पर जांच कमेटी बिठाकर उचित कार्रवाई की जाए।
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