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बिना शादी के हमारे देश में यहां रहते हैं हजारों परिवार, वजह जान आप भी रह जाएंगे हैरान
नई दिल्ली। हमारे देश में बिना शादी (Marriage) के रहने को लोग गलत मानते है, क्योंकि सदियों से हमारे पूर्वज शादी को अटूट बंधन और जीवन का अमूल्य रिश्ता मानते आए हैं। इसके विपरित हमारे ही देश में एक ऐसी जगह है, जहां पर लोग बिना शादी के रह रहे है। इनकी संख्या हजारों में है। यहां रहने वाले ऐसे कई कपल्स (Couples) की उम्र तो चालीस-पचास साल हो चुकी है।
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ऐसे रिश्तों को कहा जाता है ढुकु
ऐसे हजारों कपल्स झारखंड (Jharkhand) में रहते हैं। आप इस सच्चाई से चौंक सकते हैं कि झारखंड श्रींताींदक में हजारों जोड़ियां लिव इन रिलेशनशिप (Live In Relationship) में रहती हैं। अब ऐसे रिश्तों को कानूनी और सामाजिक मान्यता दिलाने की मुहिम चल रही है। जनजातीय इलाकों में लिवइन के इस रिश्ते को लोग ढुकु के नाम से जानते हैं। ऐसी जोड़ियां एक छत के नीचे एक साथ कई साल गुजारने के बाद भी अपने रिश्ते को शादी का नाम नहीं दे पातीं। इसके पीछे एक बड़ी वजह भी है।
स्वयंसेवी संस्था निमित्त ने की है बड़ी पहल
ऐसे लोगों के हक के लिए स्वयंसेवी संस्था निमित्त ने बड़ी पहल की है, जिसके अंतर्गत ढुकु रिश्ते वाली जोड़ियां सामाजिक और कानूनी तौर पर शादी के बंधन में बंधेंगी। संस्था की सचिव निकिता सिन्हा (Secretary Nikita Sinha) ने बताया कि खूंटी के बाद इस जिले के मुरहू और कर्रा ब्लॉक में भी जगह-जगह पर सामूहिक विवाह (Group Marriage) के कार्यक्रम तय किए गए हैं। इसी कड़ी में इस साल फरवरी-मार्च में झारखंड के खूंटी और गुमला जिले में 1320 जोड़ियों का सामूहिक विवाह कराया जाना है।
क्या है इस प्रथा का मतलब
ढुकु (dhuku) शब्द का अर्थ है ढुकना या घुसना। जब कोई महिला बिना शादी किए ही किसी पुरुष के घर में घुस जाती है यानी रहने लगती हैं तो उसे ढुकनी के नाम से जाना जाता है और ऐसे जोड़ों को ढुकु कहा जाता है। ऐसी महिलाओं को आदिवासी समाज सिंदूर लगाने की भी अनुमति नहीं देता। अब स्वयंसेवी संस्थाएं ऐसे रिश्तों को मान्यता दिलाने में जुटी हैं।