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हिमाचल में भारी बारिश का कहर: मलबे में दबीं गाड़ियां, कई घर हुए जलमग्न; देखें तस्वीरें
शिमला/चंबा/मंडी। हिमाचल प्रदेश में बीती रात से हो रही भारी बारिश (Rain) ने जमकर तबाही मचाई है। कई सड़कें बंद (Road Closed) हो गई हैं तो कई घरों में पानी और मलबा आ गया है। सबसे अधिक नुकसान हिमाचल के चंबा (Chamba) और मंडी जिला में हुआ है। चंबा जिले में अलर्ट के बीच रात से जारी भारी बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं। जगह-जगह भूस्खलन (Landslide) होने व मलबा आने से कई मकानों को नुकसान पहुंचा है। जिले के भटियात के जतरुंड में भारी बारिश ने तबाही मचाई है। यहां दो गाड़ियों के बह जाने की सूचना है।
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वहीं करीब 20 घरों को नुकसान हुआ है। हालांकि सूचना मिलने पर प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई है और राहत कार्य शुरू कर दिया है। इसी तरह से चंबा के चुवाड़ी व बनीखेत में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। पद्दर नाले में बाढ़ आने से सड़क किनारे खड़ी पिकअप गाड़ी व एक कार बह गई। वहीं कई घर व जमीनों को काफी नुकसान पहुंचा है। यहां करीब 30 घरों को नुकसान होने का अनुमान है। वहीं चुवाड़ी के त्रिमथ में पानी के बहाव से दो कारें (Car) और एक बाइक (Bike) मलबे में दब गई हैं। कारों को जेसीबी व स्थानीय लोगों की मदद से निकाल लिया गया है। वहीं इस बाइक दो घरों की दीवारों के बीच में अटक गई है।
मंडी के बल्ह में कई घर हुए जलमग्न
इसी तरह से मंडी (Mandi) जिला में भी बारिश ने कहर बरपाया है। मंडी जिला के बल्ह में खंदला गांव के लोगों को बारिश के कारण भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हालत यह है कि गांव के करीब 9 घर और ग्रामीणों की गौशालाएं (Cowshed) जलमग्न होने की कगार पर पहुंच गई है। लेकिन गांव वालों की सुध कोई नहीं ले रहा है। ग्रामीणों के अनुसार गांव के पास सड़क को उंचा उठाने के लिए लोक निर्माण विभाग (PWD) ने एक डंगा लगाया जिसके कारण पानी रूक गया है और अब गांव में लोगों के घरों में घुस रहा है। साथ ही किसानों की फसल भी तबाह हो रही है और मवेशियों को भी दिक्कत पेश आ रही है।
लोगों ने बताया कि उन्होंने इस बारे में कई बार स्थानीय प्रशासन, जिला प्रशासन और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को इस समस्या के बारे में अवगत करवाया, लेकिन उनकी सुध कोई नहीं ले रहा। ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने बीजेपी के स्थानीय विधायक इंद्र सिंह गांधी को भी अपनी समस्या बताई लेकिन आश्वासनों के सिवाए ग्रामीणों को निराशा ही हाथ लगी। वहीं जब इस समस्या के बारे में एसडीएम बल्ह स्मृतिका नेगी से दूरभाष के माध्यम से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि समस्या उनके ध्यान में है और इस बारे में लोक निर्माण के अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी गई है जिसे उच्चाधिकारियों को भेजा जाएगा।
हिमाचल की आज 87 सड़कें बंद
राज्य आपदा संचालन केंद्र शिमला (State Disaster Management Center Shimla) की रिपोर्ट के अनुसार शुक्रवार सुबह तक प्रदेश में 87 सड़कें यातायात के लिए ठप थीं। इसके अलावा 38 बिजली ट्रांसफार्मर और तीन पेयजल परियोजनाएं भी प्रभावित हैं। सबसे ज्यादा चंबा जिले में 37 व कुल्लू में 32 सड़कें ठप पड़ी हैं। प्रदेश में जारी बारिश से मानसून सीजन के दौरान अभी तक 1,13,043 लाख रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ है।
इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला (Meteorological Center Shimla) के अनुसार अगले तीन से चार दिनों के दौरान हल्की से मध्यम बारिश जारी रहने की संभावना है। आज से कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सोलन, सिरमौर, ऊना, हमीरपुर और बिलासपुर जिले में भारी बारिश की संभावना है। पूरे प्रदेश में 25 अगस्त तक मौसम खराब बना रहने की संभावना है।
रामपुर के खनेरी में एनएच का हिस्सा धंसा
रामपुर (Rampur) से करीब चार किलोमीटर दूर खनेरी में जिला किन्नौर (Kinnaur) की ओर जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग का एक बड़ा हिस्सा शुक्रवार को धंसना शुरू हो गया है। इसके कारण इस जगह पर वाहनों को अब एक ओर चलने की हिदायत दी गई है। यहां पर सड़क के पूरी तरह से धंसने का खतरा बना हुआ है। सड़क के गिरने से राष्ट्रीय राजमार्ग किन्नौर की ओर जाने वाले वाहनों के लिए अवरुद्ध हो सकता है।
चंद्रभागा नदी के बढ़े जलस्तर से जसरथ पुल क्षतिग्रस्त
भारी बारिश के चलते लाहुल-स्पीति (Lahaul Spiti) में चंद्रभागा नदी का जलस्तर बढ़ गया है। जिसके चलते जसरथ पुल क्षतिग्रस्त हो गया है। खतरे को देखते हुए पुलिस ने पुल पर आवाजाही बंद कर दी है। वहीं दूसरी तरफ जाहलमा नाले में बाढ़ का कहर जारी है, जिससे हालात बिगड़ते जा रहे हैं। बाढ़ से जाहलमा पुल को भी खतरा बना हुआ है। जाहलमा नाले में आई भयंकर बाढ़ से चंद्रभागा नदी का बहाव चार घंटे रुका रहा। नदी का बहाव खुलते ही हालिंग व जसरथ के किसानों की जमीन को नुकसान पहुंचा। साथ ही नदी किनारे का अधिकतर क्षेत्र कटाव से बह गया और नदी की दिशा भी खेतों की ओर मुड़ गई।
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