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केंद्र की नीतियों के खिलाफ हिमाचल में किसानों-बागवानों की 26 को वाहन रैली
संजू/शिमला। केंद्र सरकार की किसान (Anti Farmer Policies Of Central Govt) और बागवान विरोधी नीतियों के खिलाफ अब हिमाचल के बागवानों (Apple Growers In Himachal) ने सड़क पर उतरने की तैयारी कर ली है। शिमला में किसानों-बागवानों ने 26 जनवरी को नारकंडा से राज्य सचिवालय तक वाहन रैली (Vehicle Rally From Narkanda To Shimla Secretariat) निकालने का ऐलान किया है। रैली में प्रदेशभर से सैंकड़ों किसानों के आने की संभावना है।
हिमाचल सेब उत्पादक संघ के अध्यक्ष सोहन ठाकुर ने मंगलवार को शिमला में प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि संयुक्त किसान मोर्चे के आंदोलन में केंद्र सरकार से जो समझोता किया था, उसमें किसानों की एक भी मांग नहीं मानी गई। उन्होंने बताया कि पूरे देश में 26 जनवरी को वाहन और ट्रैक्टर रैली होगी। उसी कड़ी में हिमाचल में भी आंदोलन होगा। नारकंडा से प्रदेश सचिवालय तक वाहन रैली निकाली जाएगी।
मौसम के साथ सरकार की भी बेरुखी
सोहन ठाकुर ने कहा कि मौसम की बेरुखी (Harsh Weather) के साथ बागवानों को सरकार की बेरुखी भी झेलनी पड़ रही है। सेब उत्पादन (Apple Cultivation) की लागत लगातार बढ़ रही है। दूसरी तरफ केंद्र ने एमएसपी का बजट घटा दिया है। सरकार उद्योगपतियों को अनुदान दे रही है, लेकिन बागवानों को सब्सिडी (Subsidy) नहीं दी जा रही है। इस वर्ष बारिश न होने से बागवानी पर संकट खड़ा हो गया है। पीएम मोदी ने वॉशिंगटन एपल (Washington Apple) की इंपोर्ट ड्यूटी कम की है। बागवान सेब की इंपोर्ट ड्यूटी को 100 फीसदी करने की मांग कर रहे हैं। इसके अलावा कीटनाशकों और दूसरी सब्सिडी के लिए भी किसान संघर्ष कर रहे हैं।