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हिमाचल के सीएम सुक्खू ही रहेंगे, आपसी तालमेल के लिए बनेगी कमेटी
Himachal Politics: हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनाव के पैदा हुआ सियासी संकट(Political Crisis) लगभग खत्म होता नजर आ रहा है। सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू (CM Sukhwinder Singh Sukhu) के आवास ओक ओवर में चला मंथन का दौर खत्म हो गया है। मीडिया से बातचीत के दौरान पर्यवेक्षक डीके शिव कुमार (DK Shiv Kumar)ने कहा कि कांग्रेस सरकार पूरे 5 साल चलेगी ,हिमाचल सरकार पर कोई संकट नहीं है। सुखविंदर सिंह सुक्खू ही हिमाचल प्रदेश के सीएम बने रहेंगे। सरकार और संगठन के बीच तालमेल बिठाने के लिए एक कोऑर्डिनेशन कमेटी का गठन किया है। सीएम , डिप्टी सीएम और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष इस कमेटी का हिस्सा होंगे।
बागियों की गलती माफ भी की जा सकती है
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने राज्यसभा में हार की जिम्मेदारी लगी है। उन्होंने कहा कि राज्यसभा चुनाव के बहाने सरकार को गिराने का षड्यंत्र रचा गया । बीजेपी (BJP) ने जिस ओछी राजनीति का परिचय दिया उसका जवाब आने वाले समय में जनता उन्हें देगी।गलती माफ भी की जा सकती है, लेकिन वे विधायकों से संपर्क भी नहीं साध पा रहे हैं। बागी विधायक हिमाचल की जनता का सामना नहीं कर पाएंगे। बागी जनता का विश्वास जीतकर कांग्रेस की टिकट पर आए थे और अब वह जनता को फेस नहीं कर सकेंगे.। ऐसे में अगर वह वापस आना चाहते हैं, तो कांग्रेस के विचारधारा से जुड़ सकते हैं।
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सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार पूरी मजबूती के साथ आगे बढ़ेगी। कांग्रेस के राज्यसभा चुनाव के बाद सरकार गिरने की अटकलें लगने लगीं । सरकार का सेशन चल रहा था तो हमारा बजट पास होना था। उनके इस्तीफे की अफवाह उड़ी , जबकि इस्तीफा दिया ही नहीं था। ये साजिश थी, ताकि हमारे विधायकों का संख्या बल कम हो जाए। उन्होंने वोटिंग के दौरान मार्शल का गला पकड़ा। हरियाणा की पुलिस और सीआरपीएफ यहां आई और विधानसभा का गेट तोड़ा गया।
अब हमारी प्राथमिकता लोकसभा चुनाव
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा कि उन्होंने संगठन और सरकार में तालमेल की बात कही थी। इसके लिए कमेटी बनाई जाएगी। अब हमारी प्राथमिकता लोकसभा चुनाव हमारी प्राथमिकता है। राज्यसभा सीट नहीं जीत पाने का अफसोस है।