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गठिया से राहत के लिए आक के पत्ते बन सकते हैं संजीवनी, इस तरह करें इस्तेमाल
Health Tips for Arthritis : गठिया (Arthritis) एक ऐसी स्थिति है जिसमें जोड़ों में सूजन और दर्द होता है। यह समस्या अक्सर बुढ़ापे में होती है, लेकिन किसी भी उम्र के व्यक्ति को प्रभावित कर सकती है। इस समस्या के लिए कई मेडिकल ट्रीटमेंट (Medical Treatment) मौजूद हैं, लेकिन प्राकृतिक उपचार भी प्रभावी हो सकते हैं। हर कोई चाहता है कि उसे कुछ घरेलू नुस्खों की मदद से घर पर ही गठिया से राहत मिल जाए और वह पहले की तरह चलने-फिरने में सक्षम हो।
गठिया के लिए घरेलू उपचार : गठिया के लिए घरेलू उपचार (Home Remedies) के तौर पर हो सकता है हम बहुत सारी चीजें आजमा चुके हों, लेकिन आपको बता दें कि आक के पत्ते (Calotropis gigantea) का उपयोग गठिया रोगियों के लिए किसी चमत्कार से कम नहीं माना जाता है।
आक के पत्तों के औषधीय गुण: आक एक औषधीय पौधा है जो भारतीय उपमहाद्वीप में बहुतायत से पाया जाता है। इसके पत्ते, फूल, जड़ और दूधिया रस सभी औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं। आयुर्वेद में आक का उपयोग कई रोगों के उपचार में किया जाता है। आक के पत्ते गठिया के दर्द और सूजन को कम करने में सहायक माने जाते हैं। इसमें प्राकृतिक एनाल्जेसिक और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करने में मदद करते हैं।
आक के पत्तों का उपयोग कैसे करें:
आक के पत्तों का लेप:
– कुछ ताजे आक के पत्तों को तोड़कर अच्छी तरह धो लें।
– इन पत्तों को पीसकर एक पेस्ट बना लें।
– इस पेस्ट को दर्द वाले हिस्से पर लगाएं और कुछ समय के लिए छोड़ दें।
– नियमित उपयोग से लाभ प्राप्त होगा।
आक के पत्तों का तेल:
– कुछ आक के पत्तों को नारियल तेल में डालकर गर्म करें।
– जब पत्ते अच्छी तरह से पक जाएं, तो तेल को छानकर ठंडा करें।
– इस तेल से प्रभावित जोड़ों की मालिश करें।
– यह प्रक्रिया दिन में दो बार करने से लाभ मिलता है।
बरतें ये सावधानियां:
– आक के पत्तों का उपयोग करते समय सावधानी बरतनी चाहिए, क्योंकि इसमें कुछ विषैले तत्व भी होते हैं।
– किसी भी नए उपचार को शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर करें।
– त्वचा पर जलन या खुजली होने पर इसका उपयोग तुरंत बंद कर दें।
आक के पत्ते गठिया के दर्द और सूजन को कम करने में एक प्रभावी प्राकृतिक उपाय हो सकते हैं। हालांकि, इसका उपयोग सावधानीपूर्वक और सही तरीके से किया जाना चाहिए। अगर सही ढंग से उपयोग किया जाए, तो यह गठिया के लक्षणों को कम करने में मददगार साबित हो सकता है। प्राकृतिक उपचारों के साथ-साथ नियमित व्यायाम और बैलेंस डाइट भी गठिया को मैनेज करने में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं।
नेशनल डेस्क।