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‘नेता राजनीति नहीं करेगा, तो क्या गोलगप्पे बेचेगा’, शंकराचार्य के बयान पर भड़की कंगना
Kangna Ranaut Statement : ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी (Shankaracharya Swami of Jyotirmath) अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती एक बार फिर अपने बयान के चलते विवादों में आ गए हैं। उनके एक बयान पर बॉलीवुड की क्वीन (Bollywood Queen) और मंडी से बीजेपी सांसद कंगना रनौत (BJP MP from Mandi) ने जवाब दिया है। दरअसल, शंकराचार्य स्वामी ने हाल ही में शिवसेना अध्यक्ष (Shiv Sena President) के साथ मुलाक़ात की थी और इस दौरान उन्होंने कहा था कि उद्धव ठाकरे के साथ विश्वासघात हुआ है। जिस पर कंगना ने कहा है कि अब नेता राजनीति नहीं करेगा तो और क्या गोलगप्पे बेचेगा।
राजनीति में गठबंधन , संधि और एक पार्टी का विभाजन होना बहुत सामान्य और संवैधानिक बात है, कांग्रेस पार्टी का विभाजन 1907 में और फिर 1971 में हुआ, अगर राजनीति में राजनीतज्ञ राजनीति नहीं करेगा तो क्या गोलगप्पे बेचेगा?
शंकराचार्य जी ने उनकी शब्दावली और अपने प्रभाव और धार्मिक शिक्षा… https://t.co/UV2KuLwVUz— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) July 17, 2024
कंगना रनौत ने शंकराचार्य पर साधा निशाना
शंकराचार्य स्वामी ने मुंबई में शिवसेना (UBT) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से मुलाक़ात में कहा था कि उद्धव ठाकरे के साथ विश्वासघात (Betrayal) हुआ है। सनातन धर्म में विश्वासघात बहुत बड़ा पाप है। अब सांसद कंगना रनौत ने शंकराचार्य पर निशाना साधा है साथ ही, महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे का समर्थन किया है। कंगना ने कहा कि शंकराचार्य जी ने उनकी शब्दावली और अपने प्रभाव और धार्मिक शिक्षा का दुरुपयोग किया है। कंगना ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स (Social media Platform X) पर पोस्ट कर लिखा- ‘राजनीति में गठबंधन, संधि और एक पार्टी का विभाजन होना बहुत सामान्य और संवैधानिक बात है, कांग्रेस पार्टी का विभाजन 1907 में और फिर 1971 में हुआ, अगर राजनीति में राजनीतज्ञ राजनीति नहीं करेगा तो क्या गोलगप्पे बेचेगा?
हिंदू धर्म की गरिमा को पहुंचा रहे ठेस
कंगना ने आगे लिखा-धर्म ये भी कहता है कि अगर राजा ही प्रजा का शोषण करने लगे तो राजद्रोह ही आखिरी धर्म है। शंकराचार्य जी (Shankaracharya ji) ने महाराष्ट्र के हमारे माननीय सीएम एकनाथ शिंदे जी को अपमानजनक शब्दावली से गद्दार, विश्वासघाती जैसे आरोप लगाते हुए हम सब की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है, शंकराचार्य जी इस तरह की छोटी और ओछी बातें करके हिंदू धर्म की गरिमा को ठेस पहुंचा रहे हैं।’
नेशनल डेस्क