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हिमाचल में भरे जाएंगे दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के पद, इस दिन होंगे साक्षात्कार
इन दैनिक वेतन भोगियों का कार्यकाल चार साल का होगा। चार सालों के बाद ही इन कर्मचारियों को नियमित किया जाएगा। चार वर्ष से पहले इन कर्मचारियों को ना तो अनुबंध और ना ही नियमित किया जाएगा।
31 मार्च को दो साल पूरे करने वाले अनुबंध कर्मी व 4 साल वाले दैनिक वेतन भोगी होंगे नियमित
सरकार की ओर से जारी निर्देश के तहत अनुबंध पर सेवाएं प्रदान करने वाले कर्मचारियों का चरित्र प्रमाणपत्र सहित, स्वास्थ्य प्रमाण पत्र और पद रिक्त होना आवश्यक किया गया है।
Himachal: अनुबंध और दैनिक वेतन भोगी कर्मियों को नियमित करने के आदेश जारी
पांच वर्ष की सेवा पूरा करने वाले दैनिक वेतन भोगी कर्मियों और तीन साल की सेवाएं पूरी करने वाले अनुबंध कर्मियों को नियमित करने के आदेश जारी हो गए हैं।
खादी व ग्रामोद्योग बोर्ड के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर
उन्होंने कहा कि इस योजना के अंतर्गत वर्ष 2020-21 के लिए 364 इकाइयों को स्थापित करने के लिए 10.93 करोड़ रुपये अनुदान राशि का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
नियमितीकरण की मांग को लेकर परमार से मिले आयुर्वेद दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी
आज तक नियमित नहीं हो पाए हैं। 5 वर्ष में 240 दिन का कार्यकाल पूर्ण करने वाले कर्मचारी 30 सितंबर व 31 मार्च को नियमित कर दिए जाते हैं।
12 वर्ष की सेवा पूरी करने वाले पार्ट टाइम चौकीदार होंगे दैनिक वेतन भोगी
इसके बाद जयराम सरकार ने 12 साल की सेवा पूरी करने वाले अंशकालीन चौकीदारों को दैनिक वेतन भोगी बनाने का ऐलान किया था। आज सरकार की ओर से इसकी अधिसूचना जारी कर दी है।
हिमाचल हाईकोर्ट के आदेश: 8 साल की सेवाओं के बाद नियमित होंगे दैनिक वेतन भोगी
अदालत के समक्ष दलील दी गई कि याचिकाकर्ता वर्ष 2001 से दैनिक वेतन भोगी के पद पर कार्य कर रहा है। विभाग ने अभी तक उसकी सेवाएं नियमित नहीं की हैं।
हिमाचल हाईकोर्ट: 7 साल की सेवा पूरी करने वाले दैनिक वेतनभोगी के आश्रित करुणामूलक नौकरी के हकदार
अदालत ने सरकार के उस निर्णय को निरस्त कर दिया जिसके तहत सरकार ने याचिकाकर्ता को करुनामूलक आधार पर नौकरी देने के आग्रह को ख़ारिज कर दिया था।
हाईकोर्ट के आदेशः 10 वर्षों का अंशकालिक कार्यकाल पूरा करने वाले पंचायत चौकीदार बनेंगे दैनिक वेतनभोगी
हिमाचल प्रदेश सरकार ने 31 मार्च 2009 तक 10 साल की निरन्तर सेवा पूरी करने वाले शिक्षा और आयुर्वेद विभाग को छोड़कर सभी अंशकालिक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की सेवाओं को दैनिकभोगी में परिवर्तित करने का निर्णय लिया है।
Himachal में हजारों अंशकालिक बनेंगे दैनिक वेतनभोगी, जारी की अधिसूचना
स्वायत्त निकाय, बोर्ड, निगम, विश्वविद्यालय आदि अपनी वित्तीय स्थिति के अनुसार अंशकालीन वर्करों को दैनिक वेतनभोगी बनाने का फैसला ले सकेंगे।