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बंजार। कुल्लू (Kullu) जिला के उपमंडल बंजार की ग्राम पंचायत कंड़ीधार के बाड़ीरोपा में तीर्थन नदी के ऊपर अभी तक पुल नहीं बन पाया है। दाड़ी वार्ड क्षेत्र के दो गांवों के लोगों को जान जोखिम में डालकर झूला पुल से नदी क्रॉस करनी पड़ती है। झूला पुल को पार करना कई बार के लिए जानलेवा भी साबित होता है। आज दोपहर को करीब एक बजे 72 वर्षीय बुजुर्ग महिला प्रेमला देवी ग्राम पंचायत कंडीधार झूले को पार करते नियंत्रण खोने से तीर्थन नदी (Teerthan River) में गिर गई। महिला को करीब दो किलोमीटर नदी में बह जाने के पश्चात स्थानीय लोगों द्वारा निकाला गया, लेकिन तब तक महिला मृत्यु हो चुकी थी। इसी स्थान पर कुछ वर्ष पहले एक स्कूली छात्र भी नदी में डूबने से अपनी जान गवां चुका है।
गांव के छोटे स्कूली छात्रों, बीमार और बुजुर्ग व्यक्तियों को सफर करने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
यहां के लोग वर्षों पहले नदी को आर-पार करने के अस्थाई पुल (Temporary Bridge) का निर्माण अपने तौर पर करते आए हैं, लेकिन कई साल पहले इस स्थान पर स्थानीय पंचायत द्वारा लोगों की सुविधा के लिए एक अस्थाई झूले का निर्माण किया गया था, जो अब काफी पुराना व जर्जर हो चुका है। तीर्थन नदी पर पुल के बनने से दाड़ी वार्ड के गांव जावल, लुहारडा, छामनी, घटाधार, रौनल, रोपाजौल और नाडार के सैकड़ों लोगों को लाभ होना है, लेकिन ग्रामीण वर्षों से इस पुल के तैयार होने की राह देख रहे हैं। वर्षों पहले पुल निर्माण कार्य शुरू होने पर भी आजतक यह पुल लोगों की सुविधा के लिए तैयार नहीं हो सका है। स्थानीय निवासी धनी राम, डूर सिंह, नोक सिंह, नरेश कुमार, एली राम, दिनेश कुमार, सेस राम, किशन चंद, कृष्ण कुमार, तारा चन्द, दलीप सिंह, अमर सिंह, देव राज, ब्रिकम चंद, बेली राम व तुले राम आदि का कहना है कि इस जगह पर झील बनने के बाद झूले से नदी आर-पार करना खतरे से खाली नहीं है। सबसे ज्यादा कठिनाई छोटे स्कूली छात्रों, बीमार व बुजुर्ग व्यक्तियों को हो रही है। इसलिए यहां पर बन रहे पुल का निर्माण कार्य शीघ्र ही पूरा किया जाना चाहिए, ताकि समय रहते लोग इस पुल की सुविधा का लाभ उठा सकें। लोगों ने प्रशासन को आगाह किया है कि यदि शीघ्र ही इस स्थान पर स्थाई पुल का निर्माण नहीं होता है तो मजबूरन धरना प्रदर्शन करना पड़ेगा।
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