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आंगनवाड़ी वर्कर, हेल्पर यूनियन ने दी आंदोलन की चेतावनी, शांडिल को सौंपा ज्ञापन
शिमला। अपनी लंबित मांगों को लेकर आंगनवाड़ी वर्कर और हैल्पर यूनियन (Aanganwadi Worker and Helper Union) ने गुरुवार को सड़कों पर उतरकर आंदोलन की चेतावनी दी है। उन्होंने सचिवालय पहुंचकर सामाजिक न्याय व आधिकारिता मंत्री धनी राम शांडिल (Dhani Ram Shandil) को मांग पत्र सौंपा है। उनका कहना है कि केन्द्र और राज्य सरकार दोनों ने लंबे समय से उनकी मांगों पर अड़ियल रवैया अपनाया हुआ है। अगर मांगें नहीं मानी गईं तो सड़कों पर आंदोलन के सिवा और कोई विकल्प नहीं रहेगा।
ये रखीं प्रमुख मांगें
यूनियन की प्रदेश महासचिव वीना ने बताया कि उनकी मांग है कि आंगनवाड़ी कर्मियों को ही प्री-प्राइमरी कक्षाओं (Pre-Primary Classes) के लिए नियुक्त किया जाए, साथ ही आंगनवाड़ी केन्द्रों को प्री-प्राईमरी स्कूल का दर्जा दिया जाए। प्री-प्रायमरी कक्षाओं व नई शिक्षा नीति के तहत छोटे बच्चों को पढ़ाने का जिम्मा केवल आंगनबाड़ी वर्कर को दिया जाए, क्योंकि वे काफी प्रशिक्षित कर्मी हैं और अर्ली चाइल्डहुड केयर एंड एजुकेशन (ई.सी.सी.ई.) का संचालन कर रहे है। प्री-प्रायमरी में उनकी नियमित नियुक्ति की जाए और उनका वेतन बढाया जाए। उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी कर्मियों को सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार गुजरात की तर्ज पर ग्रेच्युटी व अन्य सुविधाएं लागू की जाएं। हरियाणा की तर्ज पर आंगनबाड़ी वर्कर व हैल्पर को मानदेय दिया जाए। हरियाणा की तर्ज पर ही आंगनवाड़ी वर्कर एवं हैल्पर का वेतनमान उनके सेवाकाल के हिसाब से तय किया जाए। आंगनवाड़ी कर्मियों के लिए तीन हजार रुपये पेंशन, पंजाब की तर्ज पर मेडिकल व छुट्टियों की सुविधा दी जाए।
मागों पर गहनता से विचार करेंगे: शांडिल
उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी कर्मियों की रिटायरमेंट उम्र 65 वर्ष की जाए। इसके अलावा मिनी आंगनवाड़ी केन्द्रों में कार्यरत वर्करज़ को अन्य आंगनबाड़ी वर्करज के समान वेतन दिया जाए व इन्हें पूर्ण आंगनबाड़ी वर्करज का दर्जा दिया जाए। इनके छुट्टी पर जाने की एवज में वैकल्पिक व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि सुपरवाईजरों के सभी प्रकार के रिक्त पदों को तुरंत भरा जाए। उन्होंने बताया कि वह पूर्व सरकार के समय से इन मांगों को उठा रहे हैं, लेकिन इन्हें अनसुना किया जा रहा है। सरकार अगर उनकी मांगें नही मानती है, तो हड़ताल व सड़कों पर उतरकर आंदोलन करना ही आखिरी रास्ता होगा। सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री धनीराम शांडिल ने कहा कि आंगनवाड़ी वर्कर यूनियन का संबंध उनके विभाग के साथ-साथ केंद्र से भी है। यूनियन की मांगों को शिक्षा मंत्री व केंद्र के साथ उठायेंगे। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता का छोटे बच्चों के महत्वपूर्ण काम करते हैं। उनकी मांगों पर गहनता से विचार किया जाएगा।