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नई शिक्षा नीति के विरोध में सोलन पहुंचा एसएफआई का जत्था
Last Updated on August 26, 2022 by Vishal Rana
सोलन। नई शिक्षा नीति का एसएफआई (SFI) पुरजोर विरोध कर रही है। इसके विरोध में एसएफआई का अखिल भारतीय जत्था, उत्तरी भारत का जत्था है। यह जत्था भारत के नौ राज्यों में जाएगा। शुक्रवार को इस जत्थे की सोलन जिला से शुरुआत हुई। एसएफआई ने डिग्री कॉलेज सोलन (degree college solan) में देश बचाओ और शिक्षा बचाओ के खूब नारे लगाए और सरकार के समक्ष अपनी मांग रखी। एसएफआई ने आरोप लगाया कि शिक्षा की निजीकरण किया जा रहा है। यह मंजूर नहीं है। संविधान में जो सुविधाएं दी गई हैं, उन्हें खत्म किया जा रहा है। शिक्षा महंगी हो रही है।
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एक तरफ एसएफआई के कार्यकर्ता जहां नई शिक्षा नीति (new education policy) का विरोध कर रहे हैं वहीं एवीबीपी इस शिक्ष़्ाा नीति को बेहतर बता रही है। कॉलेज परिसर में नारेबाजी से माहौल कुछ गर्म भी दिखा। मगर इन नारों के माध्यम से दोनों संगठनों ने अपनी-अपनी बात रखी। इस संबंध में एसएफआई के ऑल इंडिया कमेटी सह सचिव विनीत ने बताया कि आज अखिल भारतीय जत्था सोलन पहुंचा हैण् देश बचाओ, संविधान बचाओ, शिक्षा बचाओ के तहत आज डिग्री कॉलेज सोलन में पहुंचने पर उन्होंने नई शिक्षा नीति के विरोध में अपनी बात रखी हैण्।
उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति को गैर लोकतांत्रिक तरीके से विद्यार्थियों पर थोपा गया है और लगातार शिक्षा पर हमले किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा का निजीकरण, सांप्रदायिकरण होने से शिक्षा का स्तर गिरता जा रहा है। उन्होंने कहा कि संविधान में जो मूलभूत सुविधाएं विद्यार्थियों को दी गई हैं उसे आज खत्म किया जा रहा है सह सचिव विनीत ने कहा कि नई शिक्षा नीति के विरोध को लेकर ये अखिल भारतीय जत्था हिमाचल में 5 दिन तक रहने के बाद हिंदी भाषी के 9 राज्यों में जाएगा| हिमाचल के बाद उत्तराखंड, यूपी, दिल्ली, हरियाणा और फिर राजस्थान में ये जत्था 12 सितंबर तक पहुंचेगा।
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