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विश्वविद्यालय की स्वायत्तता में राजनीतिक हस्तक्षेप न करे सरकार- ABVP
Last Updated on October 23, 2023 by sintu kumar
शिमला। हिमाचल प्रदेश कृषि, औद्यानिकी और वानिकी विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक 2023 को विश्वविद्यालयों की स्वायत्ता (Autonomy Of Universities) पर सरकार का हस्तक्षेप (Interference) बताते हुए ABVP के प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को राज्यपाल शिव प्रताप से भेंट की और उन्हें ज्ञापन सौंपा।
ABVP के प्रदेश मंत्री आकाश नेगी ने एक बयान में कहा कि हिमाचल प्रदेश कृषि, औद्यानिकी व वानिकी विश्वविद्यालय अधिनियम 1986 के अंतर्गत हिमाचल प्रदेश में दो विश्वविद्यालय चल रहे हैं। उसमें से एक चौधरी सरवन कुमार कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर है, जबकि दूसरा डॉ. यशवंत सिंह परमार औद्योगिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय सोलन है। दोनों विश्वविद्यालय देश के अच्छे विश्वविद्यालय (Best Universities) में आते हैं। सरकार जो संशोधन लेकर आई है, उससे सरकार इन दोनों विश्वविद्यालय में अपना हस्तक्षेप करना चाहती है।
हिमाचल प्रदेश कृषि, औद्यानिकी और वानिकी विश्वविद्यालय (संसोधन) विधेयक 2023 को वापिस लिए जाने के लिए अभाविप का प्रतिनिधि मंडल राज्यपाल से मिला#ABVP #Delegation #HimachalPradesh #Agriculture #Horticulture #ForestryUniversity #Governor pic.twitter.com/5ejbXPNpFQ
— Himachal Abhi Abhi (@himachal_abhi) October 23, 2023
आंदोलन की चेतावनी
उन्होंने कहा कि सरकार के संशोधन में कुलाधिपति, उप कुलपति की नियुक्ति सरकार की सहायता और सलाह पर करेंगे। इसका ABVP कड़ा विरोध करती है। इस प्रकार से विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली पर सरकार का यह हस्तक्षेप है, क्योंकि विश्वविद्यालय स्वायत्त संस्था है। इन स्वायत्त संस्थानों में हस्तक्षेप करना न तो प्रदेश हित में है और न ही इन विश्वविद्यालयों के हित में। आकाश नेगी ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर सरकार इस विधेयक को शीघ्र वापिस नहीं लेती है तो विद्यार्थी परिषद प्रदेश सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन (Agitation) करने को तैयार है।