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कुल्लू: वन स्वीकृति मिलने के बाद भुंतर हवाई अड्डे के विस्तार का रास्ता साफ
Bhuntar Airport: संजू/कुल्लू। अब कुल्लू से लेकर मनाली (Kullu To Manali) तक की खूबसूरत वादियों के दीदार करने में देश-विदेश के सैलानियों (Tourists) को और आसानी होगी, क्योंकि भुंतर एयरपोर्ट (Bhuntar Airport) की हवाई पट्टी के विस्तार का दरवाजा खुल गया है। हवाई पट्टी के विस्तार के लिए वन स्वीकृति (Forest Clearance) मिलने से वहां बड़े विमानों को उतारा जा सकेगा। कुल्लू की कनेक्टिविटी बढ़ेगी और पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।
सीएम ृसुखविंदर सिंह सुक्खू ने यह जानकारी देते हुए कहा कि भुन्तर हवाई अड्डे के विस्तार के लिए वन स्वीकृति प्राप्त हो गई है। इससे कुल्लू घाटी की सुरम्य वादियों के प्रवेश द्वार के रूप में महत्वपूर्ण इस हवाई पट्टी के विस्तार का मार्ग प्रशस्त हुआ है। अब हवाई अड्डे के विस्तारीकरण (Airport Extension) का कार्य आरम्भ हो सकेगा। नागरिक उड्यन महानिदेशालय द्वारा तय नियामक मानकों तथा विस्तारित सुरक्षा उपायों के दृष्टिगत यह स्वीकृतियां आवश्यक थीं।
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देश-विदेश में मजबूत होगी कुल्लू की पहचान
सीएम ने कहा कि कुल्लू घाटी में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने में भुन्तर हवाई अड्डे की महत्वपूर्ण भूमिका है। यहां तक हवाई सेवाओं के माध्यम से बड़ी संख्या में पर्यटक कुल्लू तथा लाहुल घाटी की सुन्दर वादियों में आसानी से पहुंचते हैं। उन्होंने कहा कि अमृतसर से कुल्लू के लिए अब सीधी उड़ानें (Direct Flights) शुरू की गई हैं और ऐसे में देश-विदेश के यात्रियों को इस हवाई अड्डे के विस्तार से लाभ होगा। सुक्खू ने कहा कि प्रदेश में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार दृढ़ संकल्प है और 50 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी के साथ वर्तमान सरकार ने पर्यटन क्षेत्र के लिए तीन हजार करोड़ रुपये का बजट आवंटन किया है।
सालाना 5 करोड़ टूरिस्ट का है टारगेट
उन्होंने कहा कि बागवानी और जलविद्युत के उपरांत पर्यटन क्षेत्र हिमाचल की आर्थिकी की रीढ़ है और इस प्रमुख क्षेत्र से हजारों परिवार जुड़े हुए हैं। यही कारण है कि राज्य सरकार पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए हरसम्भव कदम उठा रही है। इसके तहत आधारभूत ढांचे (Basic Infrastructure) को मजबूत करते हुए प्रदेश में पर्यटकों के भ्रमण और ठहराव को यादगार बनाने के लिए उन्हें उत्कृष्ट सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। सीएम ने कहा कि राज्य सरकार ने हिमाचल में प्रतिवर्ष पांच करोड़ पर्यटकों को आकर्षित करने का लक्ष्य रखा है। इस दिशा में प्रदेश सरकार द्वारा प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं।