-
Advertisement
हिमाचल में आज से खुल गए आंगबाड़ी केंद्र, आरती उतार कर किया नौनिहालों का स्वागत
हिमाचल प्रदेश में आज यानी 2 मार्च को दो साल के लंबे अंतराल के बाद आंगनबाड़ी केंद्र खुल गए। बच्चों के स्वागत के लिए बाल विकास परियोजना के अधिकारियों और कर्मचारियों ने खास इंतजाम किए थे। नन्हे-मुन्ने बच्चों की आंगनबाड़ी केंद्र पहुंचने पर आरती उतारी गई, उन्हें तिलक लगाकर और फूल माला पहनाकर वेलकम कहा गया। इतना ही नहीं बच्चे घर जान की जिद्द ना करे इसके लिए केंद्रों में बहुत सारे खिलौने जुटाए गए वहीं उन्हें खाने के लिए कुछ ना कुछ देकर भी घर जैसा माहौल बनाने का प्रयास किया गया।
यह भी पढ़ें- बजट सत्रः राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा जारी , सीएम जयराम देंगे जवाब
ऊना जिला के करीब 1364 आंगनबाड़ी केंद्र आज खुल गए। इन आंगनबाड़ी केंद्रों में नौनिहालों ने पहली बार कदम रखा। आंगनबाड़ी केंद्रों में पहुंच रहे नौनिहालों के अभिभावक भी खुश दिखे। बच्चों के अभिभावकों का कहना था कि आंगनबाड़ी केंद्र खोलने से बच्चों को स्कूल से पहले स्कूल की कल्पना हो सकेगी। अभी दो साल से चल रही है ऑनलाइन शिक्षा व्यवस्था का असर घर में मौजूद नन्हे-मुन्ने बच्चों पर भी पड़ा। बड़ों को देखते हुए छोटे बच्चे भी मोबाइल और अन्य गैजेट्स के प्रति ज्यादा आकर्षित हो रहे थे। लेकिन अब आंगनबाड़ी केंद्र में पहुंचने से बच्चों का समग्र विकास संभव हो सकेगा। उन्होंने कहा कि स्कूल से पहले आंगनबाड़ी का बच्चों के जीवन में गहरा प्रभाव रहता है। एक तरफ जहां बच्चों में शिक्षण व्यवस्था के प्रति रुचि पैदा होती है वहीं खेलकूद और अन्य गतिविधियों से बच्चों को कुछ ना कुछ सीखने को मिलता है।
आईसीडीएस के परियोजना अधिकारी सतनाम सिंह भी इस दौरान सीडीपीओ कुलदीप सिंह दयाल के साथ आंगनबाड़ी केंद्रों के निरीक्षण के लिए फील्ड में उतरे रहे। उन्होंने कहा कि बच्चों का सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में वार्म वेलकम किया जा रहा है। पिछले 2 साल के दौरान कुछ बच्चे ऐसे भी हैं, जिन्हें आंगनबाड़ी देखने का मौका ही नहीं मिला। लेकिन अब आंगनबाड़ी आ रहे बच्चों का भव्यस्वागत करते हुए इन केंद्रों में अच्छा माहौल पैदा किया जा रहा है। इससे इन बच्चों के विकास की नींव को मजबूत किया जा सके।